Jind News: 6 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का जवान प्रदीप नैन शहीद हो गए थे. आज प्रदीप का राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव जाजनवाला में अंतिम संस्कार किया प्रदीप को चचेरे भाई कुलदीप ने मुखाग्नि दी. प्रदीप को श्रद्धांजलि देने के लिए नरवाना ही नहीं हरियाणाभर से हजारों लोग पहुंचे. 


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 शहीद प्रदीप नैन की पत्नी गर्भवती है. उनका पूरा परिवार इंतजार में था कि वह वापस आकर समय बिताएंगे. जब उसका पहला बच्चा इस दुनिया में आएगा तो खुशियां मनाएंगे, लेकिन होनी को कुछ ही मंजूर था. परिवार ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके घर नए जीव के आने से पहले प्रदीप की जगह उसका पार्थिव शरीर घर आएगा. माता-पिता टकटकी लगाए बैठे थे कि प्रदीप छुटियो में घर आएगा, लेकिन आज प्रदीप का शव तिरंगे में लिपटा आया. जिसके बाद उसकी पत्नी व मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे.


जब शहीद नायक प्रदीप नैन की अंतिम यात्रा निकली तो प्रदीप की गर्भवती पत्नी मनीषा नैन अंतिम यात्रा के पीछे-पीछे गर्भ में पल रहे अपने बच्चे को संभलाते हुए चल रही थी. घर से एक किलोमीटर दूर स्थित शमशान तक पैदल पहुंची. मनीषा का कहना था कि मैं इसलिए नहीं रो रही हूं कि कहीं शहीद की आत्मा को ठेस न पहुंचे. मनीषा बोली कि मुझे भी साथ जाना है मुझे जिंदा उसके साथ जाने दो.


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वहीं शहीद प्रदीप की बहन ने रोते हुए कहा कि प्रदीप सिर्फ मेरा भाई नहीं बल्कि पूरे देश का भाई है. मुझे उस पर गर्व है. उन्होंने बताया कि 2015 में भर्ती हुआ था और 4 दिन पहले बात हुई थी .


इसको लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह ने प्रदीप नैन के जम्मू-कश्मीर के कुलगांव में शहीद होने पर गहरा दुख व शोक व्यक्त किया. प्रदीप नैन 1-पैरा स्पेशल फोर्स में कमांडो थे. सीएम ने घोषणा की है कि हरियाणा सरकार द्वारा शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली सहायता नीति के अनुसार 1 करोड़ रुपये की राशि और अनुकंपा आधार के तहत एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाएगी.