चंडीगढ़ः हरियाणा में ई-टेंडरिंग को लेकर पिछले कई दिनों से सरपंचों का विरोध-प्रदर्शन जारी. अपनी मांगों को लेकर लामबंद सरपंचों ने कल चंडीगढ-पंचकूला बॉर्डर पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस बीच पुलिस और सरपंचों  में झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारी सरपंचों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल और लाठीचार्ज किया. इस पूरे मामले को लेकर अब हरियाणा में सियासत तेज हो गई है. विपक्षी दल सरकार को घेरने की हर कोशिश में जुटी है. विपक्ष के तमाम बड़े नेता के बाद कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने भी सरकार को निशाने पर लिया है.


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सरकार सरपंचों के साथ बात क्यों नहीं कर रही है?


चंडीगढ-पंचकूला बॉर्डर प्रदर्शन कर रहे सरपंचों से मुलाकात के दौरान कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार सरपंचों के साथ बात क्यों नहीं कर रही है. सरपंचों पर लाठीचार्ज करना गलत है. कुमारी सैलजा ने कहा कि यह एक अच्छे लोकतंत्र का प्रमाण नहीं है. सरपंच जनता के प्रतिनिधि है, वे जनता की आवाज उठाते है.


OPS बहाली को लेकर भी सरकार पर बोला हमला


कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार को OPS को मुद्दे पर भी घेरा. कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़, हिमाचल और राजस्थान में OPS को लागू कर दिया है. वहीं  हरियाणा में OPS की मांग को लेकर कर्मचारी धरने पर हैं. कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने सवालिया अंदाज में कहा कि OPS से प्रदेश कैसे दिवालिया हो सकता है.


रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा


कुमारी सैलजा ने रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. सैलजा ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव के समय में जनता को 2 करोड़ सालाना रोजगार देने का वादा किया था. विपक्ष में जब बीजेपी थी तब बीजेपी के नेता कपड़े उतार कर प्रदर्शन करते थे. कुमारी सैलजा ने सरकार से कौशल रोजगार निगम के जरिये युवाओं से खिलवाड़ ना करने की अपील की.