कमरजीत सिंह/करनाल: सीआईए टू टीम द्वारा तरावड़ी के दयानगर वासी युवक धर्मबीर के ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझा दिया है. आरोपी सोनू धीमान वासी गली नंबर-2 मोतीनगर को जुंडला से गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी और मृतक की पत्नी का आपस में प्रेम प्रसंग था. इस बात का धर्मबीर को पता चल गया था, जिसके कारण आरोपी धर्मबीर को अपने रास्ते से हटाना चाहता था.


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इंस्पेक्टर मोहनलाल ने बताया कि आरोपी इससे पहले धर्मबीर की आर्थिक तौर पर मदद करता रहता था. 31 जुलाई को भी आरोपी ने धर्मबीर को आर्थिक मदद करने के बहाने बुलाया था, जिसके बाद आरोपी धर्मबीर को अपने किराए के कमरे सीएचडी सिटी करनाल में लेकर गया और वहां पर जाकर आरोपी ने पूर्वनियोजित तरीके से धर्मबीर को कोल्ड ड्रिंक में अधिक मात्रा में नींद की गोलिया मिलाकर पिला दी. जब धर्मबीर बेहोश हो गया तो आरोपी ने कपडे़ से उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
 
इसके बाद आरोपी ने बडे़ ही शातिर तरीके से मृतक धर्मबीर के हाथ, पैर व गर्दन को कपड़ों से बांधकर उसको शव को एक कपडे़ में गट्ठर की तरह बांध लिया. 31 जुलाई रात के ही समय अपनी बाइक पर रखकर उसे गांव उचाना के पास नहर में फेंक दिया. आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए मृतक का सारा सामान, कपडे़ और मोबाइल आदि को भी नहर में फेंक दिया था. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि मृतक की पत्नी को इस वारदात के बारे में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं थी. आरोपी को कोर्ट में पेश करके रिमांड हासिल कर लिया है.  
 
दयानगर तरावड़ी के ओमवीर ने पुलिस को बताया था कि उसके भाई धर्मबीर को 31 जुलाई शाम के समय सोनू नाम के लड़के ने फोन करके तरावड़ी टी-प्वाइंट पर बुलाया था. इसके कुछ समय बाद से धर्मबीर का फोन बंद आने लगा. उन्होंने धर्मबीर की अपने स्तर पर तलाश शुरू की, लेकिन वह कहीं पर भी नहीं मिला. 4 अगस्त को पुलिस ने धर्मबीर की नहर से डेड बॉडी बरामद हुई. जांच करते हुए आरोपी सोनू को गिरफ्तार किया है. फिलहाल जानकारी में ये भी पता चला है कि सोनू इससे पहले अपनी 2 बीवियों को छोड़ चुका है. अब सोनू का प्रेम धर्मबीर की पत्नी के साथ चल रहा था. इसलिए वो धर्मबीर को अपने रास्ते से हटाना चाहता था.