Haryana News: सोनीपत में नहर टूटने से डूबे 20 घर, 12 घंटे बाद बांधा गया बांध
Haryana News: सोनीपत में प्रशासन की लापरवाही के चलते नहर टूट जाने से डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी के पीछे स्थित कॉलोनी में जलभराव हो गया है. गांव देवडू और मुरथल के बीच देर रात नहर टूट गई थी और रात भर पानी खेतों और कॉलोनी की तरफ बढ़ता चला गया, जिसके चलते कॉलोनी में एक तरफ बारिश की पानी तो वहीं दूसरी ओर नहर का पानी भी जमा हो गया.
Sonipat Flood News: सोनीपत रेवली गांव की तरफ जाने वाली नहर टूट जाने से डी क्रस्ट यूनिवर्सिटी मुरथल के पीछे स्थित स्थानीय लोगों की कॉलोनी में कई फुट पानी भर गया. इससे जनजीवन प्रभावित हो गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से नहर की सफाई नहीं होती है और पानी का प्रेशर तेज होने के कारण नहर टूट गई है, जिसके कारण देर रात से कॉलोनी में पानी पहुंचना शुरू हो गया था और 12 से 13 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन की आंख नहीं खुली. बार-बार शिकायत देने के बाद स्थानीय विधायक द्वारा जेसीबी मशीन भेजी गई तब जाकर पानी के बहाव को रोका गया है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही ने 20 से ज्यादा घरों को डूबा दिया.
प्रशासन की लापरवाही से डूबे घर
सोनीपत में प्रशासन की लापरवाही के चलते नहर टूट जाने से डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी के पीछे स्थित कॉलोनी में जलभराव हो गया है. गांव देवडू और मुरथल के बीच देर रात नहर टूट गई थी और रात भर पानी खेतों और कॉलोनी की तरफ बढ़ता चला गया, जिसके चलते कॉलोनी में एक तरफ बारिश का पानी तो वहीं नहर का पानी भी जमा हो गया. कॉलोनी में कई फुट तक पानी भर गया है, जिस वजह से लोगों के आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं. कॉलोनी के लोग अपने ही घरों में कैद हो गए हैं. स्कूल जाने वाले बच्चे एक महीने से स्कूल नहीं गए हैं. हालात इतने बदतर हैं कि बीमारियां फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है, लेकिन कोई भी अधिकारी कॉलोनी के लोगों की सुध नहीं ले रहे हैं.
कई बार की शिकायत पर आई जेसीबी
वहीं देर रात से टूटी हुई नहर की शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार की गई, जिसके बाद सुबह जेसीबी पहुंचकर नहर को बंद किया है, लेकिन समय रहते हुए अगर टूटी हुई नहर को जोड़ दिया जाता तो कॉलोनी में इतना ज्यादा जलभराव नहीं होता. बताया जा रहा है कि गांव में प्रेग्नेंट औरतें और छोटे बच्चे हैं जिनको पानी से निकालना मजबूरी बना हुआ है. इसके साथ ही एक तरफ जहां बारिश का कहर लगातार देखने को मिल रहा है तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन की लापरवाही भी लोगों पर भारी पड़ रही है.
INPUT- Sunil Kumar