Haryana News: गन्नौर में दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी बनने जा रही है, जो करीब 550 एकड़ में बनेगी और इस पर 10 हजार से 12 हजार करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 11 जून को मुख्यमंत्री इस मंडी का शिलान्यास करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि इस मंडी में सभी तरह की सुविधाएं होंगी. कोल्डस्टोरेज इत्यादि भी होंगे. इस मंडी के बनने से हरियाणा के किसानों को काफी फायदा होगा. मंडी तैयार होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस मंडी में हर साल 40 हजार करोड़ की खरीद-फरोख्त की जाएगी. 


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नहीं मिला मुआवजा
किसानों को मुआवजा ना मिलने के सवाल पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया है. उन्हें कपास की फसल का मुआवजा नहीं मिला है. तीन कंपनियां किसानों को मुआवजा देने वाली थी, जिनमें से एक सरकारी कंपनी है और दो निजी कंपनियां हैं. निजी कंपनियों में रिलायंस और बजाज ने किसानों को मुआवजा दे दिया है, जबकि सरकारी कंपनी के डाटा में कुछ समस्या आने की वजह से मुआवजे में देरी हो रही है. यह मुआवजा करीब 1000 करोड रुपए का है.


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हरियाणा में खाद की कमी नहीं
पिछले दिनों हरियाणा में डीएपी खाद की कमी के बारे में बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि कोविड के दौरान प्रदेश में खाद की कमी आई थी. दूसरे राज्यों से खाद मंगाने में समस्या सामने आई थी, लेकिन इस बार खाद की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने बताया कि सरकार के पास चार लाख मीट्रिक टन से ज्यादा खाद पहले से ही स्टॉक में हैं. इसके अलावा जरूरत के अनुसार सरकार किसानों के लिए खाद मुहैया करवाएगी. 


किसानों को दी जाएगी अनुदान राशि
इसके साथ ही कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की कि धान की बुआई के लिए किसान डीएसआर विधि से करें. इस विधि से बुआई करने से काफी मात्रा में पानी की बचत होती है. साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि इस तकनीक से धान के पौधे लगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 4000 रुपए की अनुदान राशि दी जाएगी. 


इनपुट- विनोद लांबा