OROP Protest: पूर्व सैनिकों ने किया प्रदर्शन, वन रैंक वन पेंशन समेत कई मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
Haryana OROP Protest: वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर आज पूर्व सैनिकों ने महेंद्रगढ़ रेवाड़ी में जिला सचिवालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
Haryana Exservicemen Protest: हरियाणा में पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कई समय जारी है. इसी कड़ी में आज हरियाणा के जिले महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में पूर्व सैनिकों ने ज्ञापन सौंपा है.
महेंद्रगढ़ में पूर्व सैनिकों ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री
महेंद्रगढ़ जिले के पूर्व सैनिकों की तरफ से कनीना एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के नाम पूर्व सैनिकों की मांगों को लेकर मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया. पूर्व सैनिकों ने कहा कि राष्ट्र रक्षा में समर्पित रहे लाखों पूर्व सैनिक, युद्ध वीरांगनाओं और दिव्यांग पूर्व सैनिक लंबे समय से अपनी उचित मांगों के समाधान के लिए आंदोलनरत हैं. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी पूर्व सैनिकों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप चुके हैं. दिल्ली के जंतर मंतर पर पूर्व सैनिक और वीरांगना धरने पर बैठे हुए हैं.
न रैंक वन पेंशन लागू कर दी, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें धोखा दिया
पूर्व सैनिकों ने कहा कि सरकार ने बहुप्रतीक्षित ओआरओपी (OROP) और दूसरी मांगों को स्वीकार तो किया, लेकिन पूर्व सैनिकों के एक बहुत बड़े वर्ग जो गैर अधिकारी है उसके संबंध में सही तथ्य प्रस्तुत नहीं किए और उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज भी जवानों को समान एमएसपी, समान फिटनेस फैक्टर, अधिकारियों के बराबर समान विकलांग पेंशन जवान और जेसीओ भी लागू हो. प्रीमेच्योर रिटायरमेंट जवान और जेसीओ को भी ओआरओपी दिया जाए. पूर्व सैनिकों ने मांग की कि पूर्व सैनिक परिवारों की वीरांगनाओं की पारिवारिक पेंशन में न्याय संगत बढ़ोतरी सुनिश्चित की जाए.
विसंगतियों को दूर करने के लिए जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
रेवाड़ी में पूर्व सैनिक बड़ी संख्या में हाथों में बैनर लेकर शहर में सड़क पर उतरे और जुलूस निकालते हुए जिला सचिवालय पहुंचे. इस दौरान पूर्व सैनिकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. पूर्व सैनिकों ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर किया जाए. जब बात जवान की आती है तो अधिकारी और एक सोल्जर दोनों बराबर होते हैं, लेकिन दुर्घटना होने पर या अन्य परिस्थितियों में अधिकारी और जवानों में भेदभाव किया जाता है. इसी भेदभाव को लेकर आज पूर्व सैनिक सड़क पर उतरे उन्होंने सरकार से मांग कि की वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर किया जाए. पूर्व सैनिकों ने कहा कि सरकार ने तो वन रैंक वन पेंशन लागू कर दी, लेकिन उनके अधिकारियों ने ही उनके साथ धोखा किया है.
Input: करमवीर सिंह, पवन कुमार