Haryana News: बता दें कि आज सरहद पर देश की रक्षा करने वाले सैनिक भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर हैं. राष्ट्रीय स्तर पर पूर्व सैनिकों पूरे देश मे एक दिन की भूख हड़ताल कर रहे हैं. इस कड़ी में गुरुग्राम में आज पूर्व सैनिकों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ कर धरना दिया. यह धरना वन रैंक-वन पेंशन में वेतन विसंगति दूर किए जाने, एक समान मिलिट्री सर्विस पे दिए जाने, 2017 के बाद आए प्रीमेच्योर पेंशनर को OROP में शामिल करने, एक समान डिसेबिलिटी पेंशन आदि मांग को लेकर दिया जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पूर्व सैनिकों का कहना है कि कुछ अधिकारियों ने अपने हिसाब से अपने आप को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार को गुमराह किया है.  उन्होंने कहा मात्र 3 परसेंट ऐसे अधिकारी हैं, जिनको इसका फायदा मिल रहा है. जबकि बाकि 97 परसेंट कर्मचारी वंचित रहे हैं. उन्होंने कहा इसी मांग को लेकर आज भूख हड़ताल की जा रही है. पूर्व सैनिकों के सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही पूर्व सैनिकों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह जो पूर्व सैनिकों की उच्च कमिटी डिसाइड करेगी वो किया जाएगा. 


ये भी पढ़ें: Temple Demolition: दिल्ली के भजनपुरा में मंदिर-मजार पर चला बुलडोजर, दरगाह के मलवे को वजीराबाजद के कब्रिस्तान में फेंका


 


वहीं हरियाणा के अंबाला में भी पूर्व सैनिकों ने डीसी कार्यलय पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि वह लगातार अपनी मांगों को लेकर समय समय पर प्रदर्शन करते आए हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही. सैनिकों ने कहा कि यदि सरकार ने अभी भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले दिनों में आंदोलन तेज किया जाएगा.


पूर्व सैनिकों ने मांग पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की भी चेतावनी सरकार को दी है. इसी सिलसिले में 23 जुलाई को दिल्ली में चल रहे वन रैंक वन पेंशन को लेकर धरने पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में हिस्सा लेंगे. पूर्व सैनिकों ने कहा कि दिल्ली जंतर मंतर पर फरवरी से अपनी मांगों को लेकर धरना चल रहा है. पूर्व सैनिक सघंर्ष कमेटी के प्रधान बलजीत सिंह ने कहा कि मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्षरत्त हैं. सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों के हकों पर डाला डालने एवं उनकी मांगों की अनसुनी किए जाने के विरोध में पूर्व सैनिकों में खासा रोष है. सैनिक अपनी जान जोखिम में डाल देश की सेवा कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी अनदेखी कर रही है. वे चाहते हैं कि सरकार जल्द संज्ञान लें.


Input: योगेश कुमार, अमन कपूर