Haryana News: नूंह जिले के इंडरी क्षेत्र में बनने वाले डंपिग स्टेशन का विरोध बढ़ता जा रहा है. एक ओर गुरूग्राम प्रशासन इंडरी की 20 एकड़ भूमि में डंपिग स्टेशन बनाने की तैयारी में है. तो दूसरी और इंडरी क्षेत्र के लोग इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. रविवार को इंडरी क्षेत्र के लोगों ने एक बड़ी महापंचायत की, जिसमें डंपिग स्टेशन का विरोध किया गया. 


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इन लोगों ने किया डंपिंग यार्ड बनने का विरोध 


इंडरी गांव की महापंचायत दीपचंद सरपंच की अध्यक्षता में हुई. इस मौके पर नूंह विधायक व पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, गांव खेड़ा खलीलपुर निवासी पूर्व चेयरमैन बल्ला खटाना, योगेश शर्मा हिलालपुरिया, नत्थूराम गुर्जर, योगेश तंवर पार्षद, तैय्यब हुसैन घासेड़िया, ब्रह्मानंद सरपंच, रमेश मानूबाश, रामकिशन भगतजी छपेड़ा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने महापंचायत में सर्वसम्मति से एक कमेटी का गठन किया गया. इसके बाद कमेटी के द्वारा फैसला लिया गया कि किसी भी हालत में इंडरी गांव में प्रस्तावित डंपिंग यार्ड को बनने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए चाहे कितनी भी लंबी लड़ाई क्यों ना लड़नी पड़े. इसके लिए सभी लोग तैयार हैं. गुरुवार को नूंह जिले के DC को इंडरी गांव व आसपास की सभी ग्राम पंचायत की तरफ से एक लिखित में ज्ञापन सौंपा जाएगा. 


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नहीं बनने देंगे डंपिग स्टेशन 


महापंचायत में आए लोगों का कहना है कि हमें डंपिग स्टेशन नहीं चाहिए. सरकार इसे किसी और जगह लगाए. हमें शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की जरूरत है. वह किसी भी हालात में नूंह जिले में गुरुग्राम जिले के कूड़े को नहीं डालने देंगे. उन्होंने कहा कि नूंह जिले को गंदगी का पहाड़ देना सरकार की गंदी मानसिकता को उजागर करता है. गुरुग्राम की गंदगी मेवात में किसी भी सूरत में नहीं डालने दिया जाएगा. उन्होंने सरकार व प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने यहां पर कूड़ा डालने की पेशकश कि तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा. हर हाल में सरकार का विरोध किया जाएगा. आज नूंह सहित इंडरी क्षेत्र को विकास की जरूरत है, लेकिन सरकार की मानसिकता बहुत खराब हो चुकी है. इससे यहां का पर्यावरण खराब होगा. 


Input- ANIL MOHANIA