Haryana Weather: प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्मॉग और धुंध अब भी एक गंभीर समस्या बने हुए हैं. हाल ही में हिसार के बरवाला में पांच वाहन, कैथल में 15 वाहन और फतेहाबाद में चार स्थानों पर सड़क हादसे हुए. इनमें से फतेहाबाद में चार लोग घायल हुए हैं, जबकि अन्य स्थानों पर मामूली चोटें आई हैं. प्रदूषण के कारण बढ़ते स्मॉग ने सड़क सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, जिससे लोगों की जान को भी खतरा है.


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ठंड का रिकॉर्ड तापमान 
दूसरी ओर, रात के तापमान में गिरावट के कारण हिसार के बालसमंद में रविवार की रात सबसे ठंडी रही. यहां न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस वर्ष की अब तक की सबसे कम तापमान है. 24 घंटे के भीतर यहां पारा 4.1 डिग्री गिर गया. सिरसा में भी तापमान 12 डिग्री तक गिर गया, जबकि अन्य जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से ऊपर रहा. यह ठंड भी प्रदूषण के कारण बढ़ते स्वास्थ्य जोखिमों का एक अन्य पहलू है.


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वर्क फ्रॉम होम का निर्णय 
प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए, गुरुग्राम में आईटी, आईटी इनेबल्ड एवं टेलीकॉम सेक्टर की 1,600 से अधिक कंपनियों ने 25 नवंबर से अगले साल 5 जनवरी तक वर्क फ्रॉम होम करने का निर्णय लिया है. यह कदम प्रदूषण के स्तर को कम करने और कर्मचारियों की सेहत की रक्षा के लिए उठाया गया है. हरियाणा के पांच शहर—गुरुग्राम, बहादुरगढ़, धारूहेड़ा, सोनीपत और भिवानी—देश के टॉप-11 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं.


कोहरे का प्रभाव 
इसके अलावा, कोहरे ने देश के अन्य हिस्सों में भी जनजीवन को प्रभावित किया है. नई दिल्ली से जुड़ी उड़ानों पर सोमवार को घने कोहरे का असर देखा गया, जिससे करीब 300 उड़ानें अपने तय समय से आधे घंटे की देरी से रवाना हुईं या पहुंचीं। यह स्थिति यात्रियों के लिए बेहद परेशान करने वाली रही. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने प्रदेश में 22 नवंबर तक घना स्मॉग छाने की चेतावनी जारी की है. मंगलवार को हरियाणा के पांच जिलों (हिसार, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला) में ऑरेंज और 11 जिलों (भिवानी, चरखी दादरी, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, करनाल, यमुनानगर, पंचकूला) में यलो अलर्ट जारी किया गया है. यह स्थिति प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता को दर्शाती है.