HBSE: 10वीं-12वीं में नकल के चलते रद्द हुई परीक्षा, 29 व 31 मार्च को होगी आयोजित- बोर्ड अध्यक्ष
HBSE 10th & 12th Exam: पिछली बार जहां 3 हजार 76 मामले नकल के पकड़े गए थे, वही अबकी बार मात्र 1819 मामले नकल के दर्ज किए गए. पिछले बार नकल के चलते प्रदेशभर में 64 परीक्षा केंद्रों का रद्द करना पड़ा था, वही अबकी बार नई तकनीकों के प्रयोग के चलते 38 सैंटरों को अन्य जगह पर शिफ्ट करना पड़ा.
HBSE 10th & 12th Exam: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 27 फरवरी से 28 मार्च तक 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के बाद बोर्ड चेयरमैन डॉ. वीपी यादव ने बताया कि इस बार की परीक्षाओं में पहली बार कोड का प्रयोग किया गया. उसके अलावा अन्य हिडन तरीकों से नकल रोकने की जो प्रयास किए गए थे, उसके परिणाम यह आए कि पिछले वर्ष के मुकाबले 50.86 प्रतिशत नकल के मामले कम दर्ज किए गए.
उन्होंने कहा कि पिछली बार जहां 3 हजार 76 मामले नकल के पकड़े गए थे, वही अबकी बार मात्र 1819 मामले नकल के दर्ज किए गए. पिछले बार नकल के चलते प्रदेशभर में 64 परीक्षा केंद्रों का रद्द करना पड़ा था, वही अबकी बार नई तकनीकों के प्रयोग के चलते 38 सैंटरों को अन्य जगह पर शिफ्ट करना पड़ा. शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष आज भिवानी में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे.
इस बार परीक्षाओं में नकल के कुल इतने मामले दर्ज
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव ने बताया कि शिक्षा बोर्ड द्वारा 27 फरवरी 28 मार्च तक आयोजित करवाई गई कक्षा 10वीं, 12वीं व डीएलएड की परीक्षाओं में नकल के कुल 1819 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 24 मामले प्रतिरूपण के भी शामिल है. इस दौरान परीक्षा ड्यूटी में कोताही बरतने पर तीन केंद्र अधीक्षक, एक उप केंद्र अधीक्षक, 107 पर्यवेक्षक व दो लिपिक को कार्यभार मुक्त किया गया तथा सभी के खिलाफ निदेशालय को सेवा नियम के अंतर्गत आगामी कार्रवाई के लिए लिख दिया गया है.
पत्रकार वार्ता में बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 27 फरवरी से 28 मार्च तक आयोजित करवाई गई कक्षा 10वीं, 12वीं व डीएलएड की परीक्षा प्रदेश भर में 1476 परीक्षा केंद्रों पर संचालित हुई थी, जिसमें 6 लाख 43 हजार 71 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी. इनमें 10वीं कक्षा 2 लाख 96 हजार 329 तथा 12वीं कक्षा के दो लाख 63 हजार 409 परीक्षार्थी थे. इसके अलावा 10वीं व 12वीं कक्षा के ओपन स्कूल के 73 हजार 240 परीक्षार्थियों ने यह परीक्षा दी थी.
उन्होंने बताया कि डीएलएड में कुल 10 हजार 93 परीक्षार्थियों ने इस परीक्षा में भाग लिया था. इन परीक्षाओं में नकल रोकने व करवाने वालों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई गई थी तथा परीक्षा के नकल रहित संचालन के लिए 302 उड़नदस्तों का गठन किया गया था. यही नहीं परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरों की निगरानी रखी गई थी तथा शिक्षा बोर्ड मुख्यालय पर भी कमांड एंड कंट्राल रूम स्थापित किया गया था.
उन्होंने बताया कि नकल पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लएि शिक्षा बोर्ड द्वार पहली बार प्रश्र पत्रों पर क्यूआर कोर्ड के अलावा अन्य सिक्योरिटी फीचर लगाए गए थे, जिससे नकल पर पूर्ण रूप से रोक लग सकी. उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान 18 परीक्षा केंद्रों पर 10वीं कक्षा की तथा 19 परीक्षा परीक्षा केंद्रों पर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द की गई थी, जिनकी पुन: परीक्षा 29 व 31 मार्च को आयोजित करवाई गई थी.
(इनपुटः नवीन शर्मा)