India Internet Day: AI सिर्फ चर्चा का विषय नहीं, बल्कि स्टार्टअप को व्यवसाय बनाने का है मौका- पीयूष बंसल
राष्ट्रीय स्तर पर एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship) को बढ़ावा देने वाला एक लीडिंग संस्थान टीआईई दिल्ली-एनसीआर, भारत इंटरनेट दिवस (iDay2023) के 12वें सीजन की दिल्ली में मेजबानी की. राष्ट्रीय स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले अग्रणी संगठन, टीआईई दिल्ली-एनसीआर ने इंड
India Internet Day 2023: राष्ट्रीय स्तर पर एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship) को बढ़ावा देने वाला एक लीडिंग संस्थान टीआईई दिल्ली-एनसीआर, भारत इंटरनेट दिवस (iDay2023) के 12वें सीजन की दिल्ली में मेजबानी की. राष्ट्रीय स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले अग्रणी संगठन, टीआईई दिल्ली-एनसीआर ने इंडिया इंटरनेट डे (iDay) पर होने वाले दिल्ली में पहले कार्यक्रम की मेजबानी रविवार की गई. इस कार्यक्रम में तकनीकी उद्योग जगत के सबसे प्रतिभाशाली यंग माइंडस को एक मंच पर एक साथ लाया गया.
अपनी शुरुआत से ही iDay एक नेतृत्व सम्मेलन के रूप में है. जो उद्योग के लिए विजन 2025 के आसपास बातचीत शुरू करना चाहता है. भारत में इंटरनेट समुदाय की सबसे रोमांचक सभाओं को शक्तिशाली सामग्री प्रदान करने और उन संभावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया जाएगा. जो इंटरनेट वर्तमान और भविष्य को देखता है. सम्मेलन में देशभर से सभी प्रमुख और प्रासंगिक प्रौद्योगिकी कंपनियों की भागीदारी देखी गई. इंडिया इंटरनेट डे 2023 के सह-अध्यक्ष - अंकुर वारिकू, प्रियंका गिल और सुप्रिया पॉल के साथ टीम अभिषेक गुप्ता, आलोक मित्तल, अरविंद झा, दीप कालरा, देव खरे, गौतम गांधी, करण मोहला, लतिका पाई, मितेन संपत, प्रशांतो के रॉय , राजन आनंदन, रजत गर्ग, राजेश साहनी, रवि गुरुराज, शेरीन भान, सुचिता सलवान और वाणी कोला ऐसे मशाल वाहक हैं जिन्होंने इस सम्मेलन को आयोजित किया जो भारत के इंटरनेट उद्योग की आवाज के रूप में उभरा है. अधिक जानकारी के लिए, iday.in पर जाएं.
24 अगस्त को बेंगलुरु में हुए TiE बैंगलोर के साथ साझेदारी में फ्लैगशिप इवेंट के जैसा ही था. बता दें कि iDay के 12वें संस्करण की थीम 'AI पावर्ड इंडिया: विजन एंड रियलिटी' रखी गई है, जिसका उद्देश्य भारत में AI की अपार संभावनाओं को तलाश करना है.
रविवार को हुए इंडिया इंटरनेट डे के इवेंट में ओएनडीसी सीओओ और अध्यक्ष नेटवर्क गवर्नेंस विभोर जैन ने कहा कि ओएनडीसी में भारत डिजिटल व्यय पांच गुना वृद्धि करने की क्षमता रखता है, जो इसे 2030 तक 350 बिलियन से अधिक तक ले जाएगी.
भारत इंटरनेट डे के अंतर्गत एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने की TiE दिल्ली-एनसीआर की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जहां टेक्नोप्रेन्योर और भारत के निवेशक तकनीकी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होते हैं. इस आयोजन ने भारत के विकास के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगाने के लिए एक बहतरीन मंच प्रदान दिया है. कार्यक्रम में शामिल हुए लेंसकार्ट के संस्थापक और CEO (सीईओ) पीयूष बंसल ने कहा कि एआई सिर्फ एक चर्चा का विषय नहीं है, स्टार्टअप को व्यवसाय बनाने के लिए इसका उपयोग करना चाहिए.
iDay2023 में नैतिक विचारों, नियामक ढांचे, एआई में मीडिया और सामग्री, एसएएएस और फिनटेक के बारे में बातचीत शामिल है, जो एआई की रोमांचक दुनिया को जानने के लिए कफी है. इसके साथ ही आने वाले समय में भारत के भविष्य को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को समझने के लिए यह एक बेहतर फ्लेटफार्म है.
इस मौके पर टीआईई दिल्ली एनसीआर की कार्यकारी निदेशक गीतिका दयाल ने कहा कि 12 सालों से टीआईई दिल्ली-एनसीआर का भारत इंटरनेट दिवस के जरिये भारत में इंटरनेट, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता के विकास और परिवर्तन को बढ़वा देता आ रहा है. iDay जैसे पारिस्थितिकी तंत्र के जरिये हम भारत में इंटरनेट और मोबाइल उद्योग के संपूर्ण क्षेत्र की मेजबानी करते हुए उसमें विकास के अपार संभावनाओं की तलाश करते है.
इस साल भारत के चुनिंदा अग्रणी एआई स्टार्टअप्स को एक इलेक्ट्रीफायिंग शोकेस के रूप में तकनीकी में आने वाली परेशानियों को हल करने का मौका मिला. हाई चेक एआई कंपनियों ने दिल्ली और बेंगलुरु दोनों में एआई डेमो हब के हिस्से के रूप में अपने उद्यम का प्रदर्शन किया.
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वहीं सेमिनार के बारें में उन्होंने बताया कि इस वर्ष का आयोजन एआई, नवाचार और जिम्मेदार विकास के बारे में बातचीत को बढ़ावा देने का वादा करता है. AI के लिए हम एक ऐसा मंच देने की कोशिश कर रहे है, जहां गेम-चेंजर्स भारत के तकनीकी भविष्य के प्रक्षेप पथ को आकार देने के लिए एकजुट हो सकते हैं.
iDay 2023 के जरिये स्टार्टअप संस्थापकों के लिए एक सफल मौका होगा, जिसमें वह किसी अन्य बेहतरीन संस्थापकों, कोलेब्रेटर्स से घुलने मिलने का मौका मिलेगा. बैंक ऑन ब्रेकफास्ट', 'लंच विद लीडर्स' और 'लंच विद इन्वेस्टर्स' जैसी पहल की गई हैं. साथ ही इस साल भारत के चुनिंदा एआई स्टार्टअप्स को एक शानदार शोकेस के रूप में अपने तकनीकी और समाधान पेश करने का मौका मिला.