Jhajjar: इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में भाजपा नेताओं के साथ-साथ अब कांग्रेस नेताओं के नाम भी सामने आने लगे हैं. नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने अपने बयान में कांग्रेस नेता संदीप राठी और बिजेंद्र राठी के साथ-साथ भाजपा से जुड़े नगर परिषद के वाइस चेयरमैन राजपाल शर्मा का नाम भी साजिश कर्ताओं में शामिल बताया है. पुलिस ने भी परिजनों के बयान के आधार पर मामले की जांच आगे बढ़ानी शुरू कर दी है. इसके साथ ही नफे सिंह राठी के परिवार को सुरक्षा भी प्रदान की गई है, लेकिन जितेंद्र राठी ने इस पुलिस सुरक्षा को नाकाफी बताया है.


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इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार, पोते गौरव राठी और नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मवीर राठी, मौजूदा अध्यक्ष के पति रमेश राठी समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद और पांच अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. अब इस मामले में कांग्रेस नेताओं के नाम भी जोड़े गए हैं. 


पुलिस को दिए बयान में नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने कांग्रेस से जुड़ी नगर परिषद की पूर्व चेयरपर्सन शीला राठी के पति बिजेंद्र राठी और बेटे संदीप राठी के साथ-साथ नगर परिषद के मौजूदा वाइस चेयरमैन राजपा उर्फ पालेराम शर्मा का नाम भी इस हत्याकांड के साजिशकर्ताओं के तौर पर शामिल करवाया है. पुलिस ने इस मामले में नफे सिंह राठी के परिजनों के बयान के आधार पर मामले की जांच भी आगे बढ़ानी शुरू कर दी है. जितेंद्र राठी का कहना है कि यह लोग उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाते थे और साजिश रचते थे.


जितेंद्र राठी का कहना है कि उनका किसी भी गैंगस्टर से कोई विवाद नहीं है. नफे सिंह राठी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई का नाम उछालना पर जितेंद्र राठी ने कहा कि उनका ना तो किसी गैंग से किसी तरह का कोई झगड़ा है और ना ही कोई लेनदेन थी. हालांकि उनका यह कहना है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है और जिन लोगों के नाम एफआईआर में शामिल करवाए गए हैं. उन्हीं में से किसी का कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ कोई पैसे का लेनदेन जरूर हुआ होगा. जितेंद्र राठी ने सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग भी की है


नफे सिंह राठी के छोटे बेटे जितेंद्र राठी का कहना है कि उनका भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मवीर राठी, उनके बेटे कमल राठी और नगर परिषद की मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी के साथ प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था. उन्होंने नफे सिंह राठी के प्लाट पर कब्जा किया था. वह हमारे ऊपर प्लांट छोड़ने का दबाव बना रहे थे और प्लांट नहीं छोड़ने पर जान से मरवाने की धमकी देते थे.


पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के परिवार पर भी जितेंद्र राठी ने निशाना साधा है. जितेंद्र राठी का कहना है कि पूर्व मंत्री मांगेराम के पोते गौरव राठी और बेटे सतीश राठी के साथ-साथ नगर परिषद की मौजूदा चेयरपर्सन के प्रति रमेश राठी ने यूपी में नफे सिंह राठी पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया था. उनका कहना है कि झूठे मुकदमों के खिलाफ आज हाई कोर्ट में नफे सिंह को साक्ष्य पेश करने थे. लेकिन उससे पहले ही उनकी हत्या हो गई.


नफे सिंह राठी हत्याकांड के करीब 50 घंटे बीत जाने के बावजूद भी पुलिस अब तक हमलावरों का सुराग नहीं लगा पाई है. पुलिस ने अभी तक एफआईआर में शामिल लोगों को गिरफ्तार भी नहीं किया है. हालांकि सूत्रों की मानें तो पुलिस ने कुछ लोगों को राउंडअप जरूर किया है. जिनसे पूछताछ भी की जा रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि पुलिस आखिर कब तक नफे सिंह राठी कि हत्यारे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर पाती है और हत्या के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता को कब तक बेनकाब कर पाती है.
इनपुट: सुमित कुमार