Amritpal Singh: वारिस पंजाब दे के चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश लगातार जारी है. उसकी आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में मिली है, वहां से नेपाल बॉर्डर काफी पास है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अमृतपाल नेपाल भाग सकता है. वहीं दूसरी तरफ पंजाब काउंटर इंटेलिजेंस की टीम से एक बड़ी खबर सामने आई है. इंटेलिजेंस एजेंसी के अनुसार उन्हें अमृतपाल सिंह और उसके साथी पपलप्रीत सिंह की पुख्ता जानकारी मिली है और वो जल्द ही रेड कर रही टीम की गिरफ्त में आ सकता है.


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पंजाब काउंटर इंटेलिजेंस की टीम को अमृतपाल सिंह और उसके साथी पपलप्रीत सिंह की पुख्ता जानकारी और लोकेशन मिली है. इंटेलिजेंस एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल और उसका साथी पपलप्रीत कभी भी रेड कर रही टीमों की गिरफ्त में आ सकता है.


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महाराजगंज में मिली आखिरी लोकेशन
अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी पुलिस को उसकी आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में मिली है, ये जगह नेपाल बॉर्डर से काफी पास है. जिसके बाद इस बात के कयास भी लगाए जा रहे हैं कि अमृतपाल नेपाल भाग सकता है या फिर नेपाल पहुंच चुका है. अमृतपाल की तलाश में नेपाल बॉर्डर पर उसके पोस्टर भी लगाए गए हैं. 



हर दिन हो रहे नए खुलासे
अमृतपाल सिंह को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, पटियाला में उसे पनाह देने वाली महिला से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के अनुसार, वो कोडवर्ड में बात कर रहा है. साथ ही महिला ने बताया कि अमृतपाल ने उसे शाहाबाद से पटियाला के गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब छोड़ने के लिए कहा था. 


प्राइवेट आर्मी के लिए मंगा रहा था हथियार
अमृतपाल अपनी प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज (AKF) और अमृतपाल टाइगर फोर्स (ATF) बना रहा था, जिन्हें ट्रेनिंग देने के लिए हथियारों की जरूरत थी. इंटेलिजेंस एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल पाकिस्तान के एक रिटायर्ड मेजर के संपर्क में था और वहां से 6 AK-47 और 2 AK-56 मंगाई थी.