Jind News: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ में सैना में पैरा कमांडों के पद पर तैनात जींद के जाजनवाला गांव के जवान प्रदीप नैन शहीद हो गए हैं. कुलगाम के मोडरगाम में मुठभेड़ के दौरान उनकी शहादत हुई. आशंका जताई जा रही है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे. प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर सोमवार तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा, जहां गांव और सेना के हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देंगे.


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परिजनों ने बताया कि प्रदीप 2015 में सेना में भर्ती हुए थे. इसके बाद उनकी काबिलियत देखकर उन्हें पैरा कमांडों बनाया गया. वह परिवार के इकलौते बेटे थे. 2022 में प्रदीप की शादी हुई थी. उसकी पत्नी इस समय गर्भवती हैं. प्रदीप कहता था कि वह बच्चे के जन्म से पहले छुट्टी लेकर घर आ जाएगा, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. अब प्रदीप तिरंगे में लिपटकर घर आएगा. 
प्रदीप की शहादत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. लोग कह रहे हैं कि एक तो नन्हीं जान जो इस दुनिया में नहीं आई, दूसरे उसकी पत्नी जिसकी पूरी जिंदगी बाकी है, वह किसके सहारे जिएगी. 


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बता दें कि शानिवार को कुलगाम के मुद्रिगाम इलाके में दोपहर करीब 12 बजे मुठभेड़ शुरू हुई. उस समय सुरक्षा बल इलाके में आतंकियों की सूचना पर सर्च अभियान चला रहे थे. इस सर्च अभियान में प्रदीप नैन सबसे आगे था, इसलिए आंतकियों ने सबसे पहले प्रदीप नैन को ही टारगेट किया. इस दौरान प्रदीप ने 4 आतंकियों को मार गिराया. इस मुठभेड़ में पैरा कमांडो प्रदीप नैन शहीद हो गए. प्रदीप की शहादत का समाचार मिलते ही गांव मे मातम पसर गया और शहीद प्रदीप की बहन व मां का रो-रोकर बुरा हाल है. 


Input: गुलशन चावला