नई दिल्ली: झज्जर जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध तरीके से गर्भपात कराने वाली दवाई और किट बेच रहे गिरोह का भांडाफोड़ किया है. इसके साथ ही टीम ने अवैध तरीके से बेची जा रही गर्भपात की दवाइयों के साथ ही इस गिरोह को चलाने वाले एक फार्मासिस्ट को भी गिरफ्तार किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लंबे समय से सक्रिय है गिरोह
झज्जर और उसके आस-पास की जगहों में अवैध तरीके से गर्भपात कराने वाली दवाईयां बेचने का गिरोह लंबे समय से सक्रिय है, जिसकी शिकायतें भी मिल रहीं थी. जिसपर एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ये कार्रवाई की है. छापे से पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक फर्जी ग्राहक को मेडिकल स्टोर पर भेजा, जिसने 700 रूपये में एमटीपी किट खरीदी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस के साथ पहुंच कर मेडिकल स्टोर पर दबिश दी. 


ये भी पढ़ें- सुविधाओं की कमी से जूझ रहा हरियाणा के पूर्व CM का गांव, विधानसभा का घेराव करेंगे ग्रामीण


 


स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रेम मेडिकल स्टोर पर छापा मारा है. इस दौरान पुलिस की टीम ने फर्जी ग्राहक द्वारा दिए गए 700 रुपये के साथ ही मेडिकल स्टोर से अवैध तरीके से बेची जा रही एमटीपी किट भी बरामद की हैं. इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के नोडल ऑफिसर डॉ तरूण ने बताया कि आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ एमटीपी एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है.


क्या है Medical Termination of Pregnancy (MTP) एक्ट?
मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट, 1971 (MTP ACT) को सुरक्षित गर्भपात के संबंध में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में हुई प्रगति के कारण लाया गया था. इस एक्ट के तहत रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर को अधिकार है कि वो कुछ मेडिकल कंडीशन में बेहद जरूरी होने पर गर्भपात कर सकता है. लेकिन अवैध तरीके से गर्भपात करने और गर्भपात में मदद करना कानूनी अपराध है.