Jind News: हरियाणा के जींद में सीएम फ्लाइंग करनाल व जींद की टीम ने सफीदों पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए गांव पाजू खुर्द में अवैध रूप से रह रहे 10 बांग्लादेशियों को पकड़ा है. इनमें सात पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्ची शामिल है.


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पुलिस जांच में पता चला है कि इनके पास पासपोर्ट या दूसरे किसी तरह का कोई वैध दस्तावेज नहीं हैं. सफीदों पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ द फॉरेनर्स एक्ट, 1946 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि सफीदों के पाजू खुर्द गांव के खेतों में ब्लीचिंग हाऊस बनाया गया है. पानीपत से कपड़े की कतरन लाकर इसकी रंगाई की जाती है. रंगाई के बाद कपड़े को वापस पानीपत भेजा जाता है. इसमें लेबर के रूप में बांग्लादेश से आए लोग काम कर रहे हैं और उनके पास किसी तरह का कोई वैध दस्तावेज भी नहीं है.


सीएम फ्लाइंग के डीएसपी रविन्द्र कुमार ने बताया कि 26 जनवरी की तैयारी को लेकर नाका लगाया हुआ था. उन्हें सूचना मिली कि कुछ बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं तो हमने करनाल सीएम फ्लाइंग व जींद सीएम टीम ने गठन करते हुए मौके पर जाकर रेड की. 


इस पर सीएम फ्लाइंग सक्रिय हुई और डीएसपी अजीत सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन करते हुए मौके पर जाकर रेड की. यहां काम कर रहे मजदूरों से उनके दस्तावेज मांगे तो यह भारतीय होने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए. पूछताछ में इनकी पहचान बांग्लादेश के लेबर ठेकेदार सोहराब, उसकी पत्नी शैफाली, शरमीन, इशूब, अब्दुल अब्बास, मोहम्मद रूबैल, आजाद अली, आलम, दुलाल और एक चार साल की बच्ची के रूप में हुई है.


पकड़े गए आरोपियों में चार लोग सफीदों शहर में ही रह रहे थे. इसके बाद सफीदों तहसीलदार रसविंद्र, डीएसपी आशीष और सफीदों पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया. सफीदों सदर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ फोरनर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकि शुरुआत में आरोपियों ने कहा था कि वह पश्चिम बंगाल के हैं, लेकिन सख्ती से पूछताछ में कबूल कर लिया कि बांग्लादेश से आए हैं.


Input: Gulshan