Kaithal News: कैथल के उपमंडल कलायत के गांव बालू में रामेश्वर दास फौजी बालू की बेटी आर्मी अस्पताल में सेवा देते हुए दुनिया को अलविदा कह गई. शहीद बेटी पूनम एक भारतीय सेवा में कैप्टन के पद कार्यरत थी, ऑफिसर के पद पर सेलेक्ट होकर समाज का नाम रोशन किया था. आज वह दुनिया में नहीं रही, जिसकी वजह से पूरे कैथल के लोगों में काफी दुख है. शहीद बेटी को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में लोग आए और पुण्य आत्मा को श्रद्धांजलि दी.


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हरियाणा की राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने भी शहीद पूनम को अपनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि बेटी पूनम हमारे देश की शांति और मैं उसको और उसके पिता को सलाम देता हूं. जिन्होंने ऐसी गौरवशाली बेटी को जन्म दिया. उसकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता.


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पूनम के पिता का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है वह एक डॉक्टर थी और कप्तान के पद पर थी. उन्होंने कहा कि 8 फरवरी 2017 को भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर हुआ था. चयनउनकी बेटी पूनम इलाके की शान थी. जो लड़कियों को देश की सेवा के प्रति प्रेरित करती थी. दिल्ली आर्मी हॉस्पिटल में 3 महीने की ट्रेनिंग पर आई हुई थी, 2 महीने पूरे हो चुके थे और सिर्फ एक महीना रहता था. अचानक उसको एक ऑपरेशन करते समय कुछ दिक्कत आई और वह कुर्सी पर बैठ गई. जिसके बाद उसका इलाज किया गया, लेकिन उसने अपना दम तोड़ दिया और इस संसार से विदा हो गई. 


शहीद पूनम के पिता रामेश्वर ने कहा ति 29 वर्षीय पूनम ने शादी नहीं की थी. पूनम की सोच यह थी कि देश के लिए काफी कुछ करना है. उन्होंने कहा कि कि मैं बेटियों से यही कहना चाहूंगा कि देश की सेवा के लिए सेना में भर्ती होएं. क्योंकि देश की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है.


Input: Vipin Sharma