Delhi News: रिहायशी इलाके में तेंदुआ घुसने से हड़कंप, दहशत से घर में छिपे लोग
Delhi News: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में बीती रात एक बार फिर तेंदुआ दिखने से लोगों में मन में डर और दहशत का माहौल है. वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने भी मुखमेलपुर गांव पहुंचकर इस बात की पुष्टि कर दी.
Delhi News: कुछ दिनों पहले राजधानी दिल्ली के बुराड़ी मुखमेलपुर इलाके में तेंदुए के देखे जाने के बाद आस-पास के लोग दहशत में थे. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिजरा भा लगाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. दो दिन पहले 13 दिसंबर सुबह 4 बजे थाना अलीपुर पुलिस को पीसीआर कॉल पर सूचना मिली कि NH-44 पास तेंदुए का शव पड़ा है. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि तेंदुआ सड़क हादसे का शिकार हुआ है. तेंदुए के मौत की खबर सामने आने के बाद बुराड़ी इलाके के लोग खुद को सुरक्षित समझ रहे थे, लेकिन अब एक बार फिर तेंदुआ दिखने से इलाके में डर का माहौल है.
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में बीती रात एक बार फिर तेंदुआ दिखने से लोगों में मन में डर और दहशत का माहौल है. तेंदुआ दिखने की खबर मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी भी मुखमेलपुर गांव में जांच करने पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने तेंदुए के पैरों के निशान को देखकर इस बात की की पुष्टि की. खेतों में काम करने वाले किसान समय-समय पर गंडक पोटास जलाकर और ग्रामीण युवा ग्रुप में निकाल कर पूरे गांव को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही वन विभाग से जल्द जाल लगाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने की मांग की है.
गांव के लोगों का कहना है कि खेत मे तेंदुआ के होने के बावजूद वन विभाग की तरफ से न तो कोई रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है और न ही जाल लगाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जा रही है, जिससे हर वक्त उन्हें तेंदुए के आने का डर लगा रहता है.
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गांव के एक किसान ने इस तेंदुए के बारे में बताते हुए कहा कि गुरुवार रात करीब 8 बजे वो हिरणकी के पास मुखमेलपुर रोड से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने खेतों में एक जानवर को भागते हुए देखा. उस जानवर को देखते ही वह समझ गए कि यह तेंदुआ है, क्योंकि उसकी रफ्तार और कदकाठी तेंदुए जैसी ही थी. जिसके बाद इस पूरी घटना की सूचना वन विभाग को दी गई. वन विभाग की टीम उन खेतो में पहुंची, जहां तेंदुए को देखा गया, लेकिन अंधेरा होने की वजह से जानवर के पैरों के निशान साफ नहीं दिखाई दिए. सुबह के समय दोबारा वन विभाग के अधिकारियों ने खेत में जानवर के पैरों के निशान देखकर इस बात की पुष्टि कर दी कि जो पैरों के निशान खेतों में मिले हैं वह तेंदुए के ही है. अब लोग डरे हुए हैं और खुद को बचाने के लिए गंधक पोटेशियम का इस्तेमाल कर समय-समय पर पटाखे जलाए जा रहे हैं, जिससे पटाखे की आवाज सुनकर तेंदुआ रिहायशी इलाके के आसपास न आए.
लगातार राजधानी दिल्ली के रिहायशी इलाको में तेंदुए का देखा जाना बेहद चिंता का विषय है. गनीमत यह है कि अभी तक तेंदुए ने किसी तरीके का इंसानी नुकसान नहीं किया है, लेकिन तेंदुए के दिखने के बाद लोगों में डर का माहौल है. ऐसे में जरूरी है कि वन विभाग की तरफ से तुरंत कार्रवाई करते हुए तेंदुए को सुरक्षित पकड़ लिया जाए.
Input- Nasim Ahmad