Delhi Kanjhawala Girl Case Live : मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज में तीन घंटे चला पोस्टमार्टम
Kanjhawala Case accident Live: नए साल पर दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस घटना में 20 वर्षीय महिला की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और लड़की को 13 किलोमीटर तक घसीटते ले गई. फिलहाल मामले में गृहमंत्री का बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कड़ी कार्रवाई की बात की है.
Kanjhawala Case accident Live: नए साल पर दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस घटना में 20 वर्षीय महिला की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और लड़की को 13 किलोमीटर तक घसीटते ले गई. इसके बाद लड़की का शव नग्न अवस्था में मिला है.कंझावल कांड की पीड़िता का मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज में 3 घंटे तक मृतक लड़की का पोस्टमार्टम चला. पोस्टमार्टम के लिए 3 डॉक्टरों की टीम गठीत की गई थी.
नवीनतम अद्यतन
FSL रोहिणी भेजे गए आरोपियों के बल्ड सैंपल
कंझावला केस में सूत्रों के हवाले से खबर, पुलिस ने आरोपियों के ब्लड सैंपल FSL रोहिणी भेजेमृतका के पिता नहीं हैं
कंझावल केस में मृतक लड़की के परिवार में लड़की की मां उसकी चार बहनें और दो भाई हैं. लड़की अमन विहार की रहने वाली थी. दोनों भाई अभी नबालिग हैं, एक की उम्र 9 साल वहीं दूसरे की उम्र 13 साल है. मृतका के पिता नहीं हैं.
कंझावल कांड के दो आरोपियों का कबूलनामा
कंझावल कांड में शामिल 2 आरोपियों ने नशे में होने की बात कबूली है. आरोपियों ने ये भी बताया है कि, 'जब हमनें देखा कि लड़की कार के नीचे फंसी है तो हम डर के भाग गए थे.'3 घंटे चला पीड़िता का पोस्टमार्टम
कंझावल कांड की पीड़िता का मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज में 3 घंटे तक मृतक लड़की का पोस्टमार्टम चला. पोस्टमार्टम के लिए 3 डॉक्टरों की टीम गठीत की गई थी.
आरोपियों का कबूलनामा, शक था नीचे कोई है
कंझावला मामले में पुलिस के सामने आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकारा है. अपने कबूलनामे में आरोपियों ने पुलिस के सामने बताया है कि स्कूटी और कार की टक्कर आमने-सामने से हुआ था. बतौर आरोपी टक्कर होने के बाद उन्हें शक हुआ कि नीचे कुछ फंसा है लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया.
गृहमंत्री अमित शाह ने मामले में दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शलिनी सिंह को निर्देश दिया कि वे जल्द रिपोर्ट तैयार करें और उचित कार्रवाई करें.
LG का अनुरोध इस घटना का राजनीतिकरण न करें और असंवेदनशील और अवसरवादी धारणा से बचे
एलजी ने सुबह 11 बजे पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक कर दुर्भाग्यपूर्ण कंझावला कांड के घटनाक्रम का जायजा लिया. उन्होंने पुलिस आयुक्त को अपना निर्देश दोहराया कि मामले के हर पहलू पर गौर किया जाए और उन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की सख्त से सख्त धाराएं लगाई जाएं, जो पहले से ही हिरासत में हैं. एलजी, जो ''रीयल टाइम बेसिस'' पर स्थिति पर नजर रख रहे हैं, ने अधिकारियों से कहा है कि वे ऑटोप्सी रिपोर्ट और पुलिस जांच के निष्कर्षों के साथ इसकी पुष्टि के बारे में जानकारी रखें.