Congress Manifesto: लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपना आखिरी दांव चलते हुए चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इसे कांग्रेस द्वारा 'न्याय पत्र' नाम दिया है. न्याय पत्र में कांग्रेस ने युवाओं, बुजु्र्गों, महिलाओं और श्रमिकों के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं. इसके साथ ही देश की सबसे पुरानी पार्टी ने इतिहास के पन्नों को पलटते हुए कांग्रेस के काम भी गिनाए हैं, जिसमें देश को आजादी दिलाने से लेकर प्रभावशाली युग की शुरुआत करने का जिक्र किया गया है. 


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कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्र
राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय से आज कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया. इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहे. घोषणा पत्र जारी करने के दौरान कांग्रेस ने आजादी से अब तक पार्टी द्वारा किए गए कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया. 


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कांग्रेस ने रखी लोकतंत्र की नींव
कांग्रेस ने कहा कि इतिहास का पाठ आपके सामने हैं. कांग्रेस ने आजादी दिलाई, कांग्रेस ने लोकतंत्र की नींव रखी. कांग्रेस ने 1950 एवं 1960 के दशक में देश के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया. कांग्रेस सरकारों ने 1965 और 1971 के युद्ध लड़े. भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की. कांग्रेस ने 1991 में एक आदर्श परिवर्तन किया और प्रभावशाली विकास के युग की शुरुआत की. पिछले दस वर्षों में कांग्रेस ने अनुदारवाद और अधिनायकवाद के खिलाफ मोर्चा संभाला है. कांग्रेस अन्याय और दमनकारी कानूनों के खिलाफ लड़ाई में लोगों के साथ खड़ी है.


लोगों से की कांग्रेस पर भरोसा जताने की अपील
इस दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एक बार फिर लोगों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अपना विश्वास जताने की अपील की. साथ ही कहा कि हम आपसे अधिक स्वतंत्रता, तेज विकास, अधिक न्यायसंगत विकास और सभी के लिए न्याय का वादा करते हैं. हम आपसे 'हाथ' चिन्ह एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए वोट करने की अपील करते हैं.


नारी पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर घिरी पार्टी
हाल ही में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बयानों ने कांग्रेस को मुसीबत की ओर धकेला है. उनके बयानों की वजह से BJP चुनावी माहौल में कांग्रेस नेताओं के चरित्र पर सवाल उठा रही है. पहला मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी से कंगना रनौत को उम्मीदवार बनाए जाने पर सुप्रिया श्रीनेत का बयान और दूसरा मामला हेमा मालिनी को लेकर  रणदीप सुरजेवाला के बयान से जुड़ा हुआ है. ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी मौसम में जनता किस पर अपना भरोसा दिखाती है.