Haryana Election News in Hindi: भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर रानियां से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. अपने निष्कासन पर रणजीत सिंह ने कहा कि यह पार्टी का अपना फैसला है, वह कुछ भी करे. मुझे तो बीजेपी ने खुद लोकसभा चुनाव के दौरान आधा घंटा पहले मैसेज देकर पार्टी ज्वाइन करवाई थी. उन्होंने तो इसके लिए कोई एप्लीकेशन भी नहीं लगाई थी. 


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चौधरी रणजीत सिंह ने कहा, विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कहा कि वह टिकट नहीं दे सकते और उन्हें कहीं और एडजस्ट किया जाएगा, लेकिन मैंने उनका ऑफर ठुकरा कर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. चौटाला ने दावा किया कि रोजाना दूसरी पार्टियों को छोड़कर लोग उनके साथ आ रहे हैं और वह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं. 


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हमेशा जीतने वाले को बीजेपी ने दिया टिकट 
बता दें चौधरी रणजीत सिंह ने रानियां विधानसभा चुनाव से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्हें 53,825 (37.48%) वोट मिले थे. उन्होंने हलोपा  उम्मीदवार गोबिंद कांडा (29.95%) को हराया था, जबकि बीजेपी प्रत्याशी रामचंद कंबोज (14.42% वोट) तीसरे स्थान पर रहे थे. रामचंद कंबोज ने 2014 में इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता था.


इसके बाद बीजेपी ने चुनावी रणनीति के तहत कंबोज को पार्टी में शामिल कर 2019 के चुनाव में रणजीत चौटाला के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन बीजेपी के हाथ सिर्फ हार लगी. इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान रानियां सीट पर मजबूत पकड़ रखने वाले चौधरी रणजीत चौटाला को ऐन वक्त पर बीजेपी में शामिल कराकर हिसार से प्रत्याशी घोषित कर दिया. हालांकि इस चुनाव में  रणजीत चौटाला को कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश जेपी ने हरा दिया. 


रानियां सीट से पहली जीत का इंतजार 
इसके बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन पर भरोसा न जताते हुए रानियां सीट पर अपनी बहुप्रतीक्षित पहली जीत दर्ज कराने के लिए शीशपाल कंबोज को अपना प्रत्याशी बना दिया. 


इनपुट: विजय कुमार