MCD Minimum Wage Hike: केजरीवाल सरकार ने दिल्ली नगर निगम (MCD) के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन बढ़ाने का फैसला किया है. CM केजरीवाल के इस ऐलान के बाद अब कांग्रेस ने AAP पर निशाना साधा है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा वेतन बढ़ाने की घोषणा, कहीं अस्थाई/अनुबंधित कर्मचारियों, आंगनबाड़ी वर्कर और गेस्ट टीचरों को नियमित करने के वादे की तरह जुमला साबित न हो जाए. 


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कितना बढ़ेगा वेतन
AAP सरकार ने एमसीडी के अकुशल श्रमिकों का मासिक न्यूनतम वेतन 16,792 रुपये से बढ़ाकर 17,234 रुपये, अर्द्ध-कुशल श्रमिकों के लिए वेतन 18,499 रुपये से बढ़ाकर 18,993 रुपये और कुशल श्रमिकों के लिए वेतन 20,375 रुपये से बढ़ाकर 20,903 रुपये करने का ऐलान किया है. 


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कांग्रेस ने कसा तंज
AAP सरकार के इस फैसले पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों के अकुशल, अर्द्ध कुशल और कुशल श्रमिकों के न्यूनतम मासिक वेतन में वृद्धि की घोषणा पर अमल होना चाहिए. कहीं यह घोषणा भी मुख्यमंत्री द्वारा अस्थाई/अनुबंधित कर्मचारियों, आंगनबाड़ी वर्कर और गेस्ट टीचरों को नियमित करने के वादे की तरह जुमला साबित न हो जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 1 नवंबर को दिल्ली नगर निगम के 5,000 सफाई कर्मचारियों को पक्का करने की घोषणा की थी, परंतु अभी तक इस कोई कार्यवाई नही की गई. यह घोषणा भी खोखली साबित हुई, जबकि यह कर्मचारी पिछले एक दशक से स्थाई नौकरी का इंतजार कर रहे हैं.


लवली ने कहा कि सरकार ने 1 अप्रैल से वेतन में वृद्धि की घोषणा की है, यह कर्मचारियों के हित की बात है, लेकिन इस पर अमल भी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन की बैठक के एजेंडे के मुताबिक, क्लर्क और सुरवाइजर कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन में भी वृद्धि की जाएगी. गैर-मैट्रिक पास कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन 18,499 रुपये से बढ़ाकर 18,993 रुपये, मैट्रिक पास लेकिन स्नातक नहीं होने पर 20,375 रुपये से बढ़ाकर 20,902 रुपये और स्नातक और इससे ऊपर के कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन 22,744 रुपये किया जाएगा. मतलब इन कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता क्रमशः 494 रुपये, 546 रुपये और 598 रुपये प्रति माह बढ़कर मिलेगा. सदन में मंजूरी मिलने के बाद ही महंगाई भत्ते की अदायगी इन कर्मचारियों को मिलेगी. इस पर लवली ने कहा कि दिल्ली नगर निगम 15 वर्ष से भी अधिक समय से भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है और आम आदमी पार्टी के निगम  सत्ता में आने के बाद कोई खास बदलाव नही आया है. साथ ही उन्होंने नगर निगम कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी को ऊंट के मुंह में जीरे जितना बताया. 


वहीं जितेंद्र कुमार कोचर ने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली नगर निगम के अकुशल, अर्द्ध कुशल और कुशल श्रमिकों का वेतन वृद्धि करके अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन मात्र 500 रुपये मासिक की वृद्धि बहुत ही कम है. उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों की कम से कम 10 प्रतिशत की वृद्धि होनी चाहिए क्योंकि महंगाई पर नियंत्रण करने में विफल दिल्ली सरकार को महंगाई का आंकलन करके न्यूनतम वेतन में वृद्धि करनी चाहि.। उन्होंने कहा कि वर्तमान में निगम कर्मचारियों की आर्थिक रुप से बदहाल स्थिति में हैं न तो उनको कोई पेंशन मिल रही है और न ही कोई अन्य सुविधाएं मिल रही हैं. यही नहीं कांग्रेस द्वारा निगम कर्मियों के वेतन में उचित बढ़ोत्तरी की मांग भी की गई.