नई दिल्ली: सदियों से खेल मनोरंजन का प्रमुख साधन रहे हैं और जब आईटी क्रांति के बाद स्मार्टफोन का बाजार तेजी से बढ़ा तो खेल भी वीडियो गेमिंग में तब्दील हो गए. आज बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी मोबाइल गेमिंग का लुत्फ उठा रहे हैं. ऐसे में अब बिना मोबाइल को अनलॉक किए या फिर डाउनलोड किए ढेर सारे मशहूर गेम खेले जा सकते हैं. गेमिंग इंडस्ट्री में यह अभिनव प्रयोग ग्लांस नाम की कंपनी ने किया है. यह एक ऐसा यूजर एक्सपीरियंस है, जिसकी स्मार्ट लॉक स्क्रीन से भरपूर मनोरंजन मिलता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ग्लांस लॉकस्क्रीन अपने आप में एक अनूठी शुरुआत है. इस कंपनी के दो अन्य प्रोडक्ट भी हैं, जिनका नाम नोस्ट्रा और रोपोसो हैं. जहां रोपोसो लाइव एंटरटेनमेंट मुहैया कराने वाला एक शानदार प्लेटफॉर्म है. वहीं नोस्ट्रा भारत और दक्षिण एशिया के सबसे बड़े गेमिंग प्लेटफॉर्म के रूप में जाना जाता है. ग्लांस लॉक स्क्रीन, नोस्ट्रा प्लेटफॉर्म की बदौलत लॉक स्क्रीन पर ढेरों गेम्स मुहैया कराती है. अगर बात करें नोस्ट्रा की तो इस पर हर कैटेगरी के 500 से ज्यादा मशहूर गेम्स मौजूद हैं, जिनमें चेस, सुडोकू, पिंग पॉन्ग, कैरम, वर्ड गेम्स आदि शामिल हैं. 


ये भी पढ़ें: भूख-प्यास से तड़पकर हुई 8 बंदरों की मौत, जंगल में छोड़ने की बजाए कर दिया पिंजरे में कैद 


ग्लांस लॉक स्क्रीन न केवल गेम्स का लुत्फ उठाने का मौका देती है, बल्कि यूजर्स को लाइव स्ट्रीमिंग देखने का भी मौका देती है. वैलोरैंट, फ्री फायर मैक्स, पोकेमॉन जैसे गेम्स ग्लांस लॉक स्क्रीन पर लाइव स्ट्रीम किए जा चुके हैं. 


ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के बीटेक स्टूडेंट पीयूष ने बताया कि कॉलेज आते-जाते वक्त मेट्रो या बस में और ब्रेक के दौरान क्या किया जाए, ये बड़ा सवाल था. मुझे गेमिंग का बड़ा शौक है, लेकिन मेट्रो या बस में कनेक्टिविटी इश्यू आ जाता था और गेम हैंग। बड़ी टेंशन होती थी, तब मेरे एक फ्रेंड ने ग्लांस लॉक स्क्रीन दिखाई और मुझे यकीन नहीं हुआ कि बिना डाउनलोडिंग डाटा या फिर फोन अनलॉक किए गेमिंग का मजा लिया जा सकता है.


अगर बात करें इस प्लेटफॉर्म के फायदों की तो ये जबर्दस्त हैं, जहां लॉक स्क्रीन में गेमिंग काफी आसान होती है. यह काफी वक्त भी बचाती है. इसके अलावा मोबाइल के स्टोरेज स्पेस पर कोई फर्क नहीं पड़ता और मोबाइल डेटा भी खर्च नहीं होता. इसका एआई पासवर्ड डिस्कवरी इंजन यूजर्स की रुचि और जुड़ाव के आधार पर स्वतः ही लॉक स्क्रीन पर ज्यादा से ज्यादा मिलती-जुलती सामग्री उपलब्ध कराता है. यानी यूजर्स को अपना पसंदीदा गेम ढूंढने में न वक्त बर्बाद करना पड़ता है और न ही अतिरिक्त सर्च या स्क्रीन स्क्रॉलिंग.


ये भी पढ़ें: दाएं हाथ वाले लोगों की लेफ्ट हैंड वालों से इतनी ज्यादा होती है उम्र, रिसर्च में दावा


11 भाषाओं में कंटेंट भी 


ग्लांस केवल गेमिंग तक ही सीमित नहीं है. ये प्लेटफॉर्म बिना स्क्रीन को अनलॉक किए अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगू, मराठी, बंगाली और कन्नड़ के साथ 11 वैश्विक भाषाओं में कई तरह का कंटेंट भी देता है. मसलन लाइव एंटरटेनमेंट के जरिये यूजर्स सीधे अपने फेवरेट स्टार्ट या क्रिएटर्स संग इंटरैक्ट कर सकते हैं. जबकि लाइव शॉपिंग फीचर मार्केटप्लेस से कनेक्ट कराता है तो मशहूर पब्लिशर्स का ट्रेंडिंग कंटेंट भी इस पर लगातार आता रहता है. ग्लांस पर हमेशा लेटेस्ट और रोमांचक कंटेंट मौजूद होता है, जो 500 से ज्यादा लाइव स्ट्रीमर्स के साथ काम करने वाली ग्लांस की एक यूनिट रोपोसो के कारण संभव बनता है.


रोपोसो म्यूजिक, फिटनेस, फैशन, कुकिंग आदि कैटेगरीज के बेहतरीन क्रिएटर्स द्वारा दिया जाने वाला प्रीमियम लाइव कंटेंट हर वक्त भेजना संभव बनाता है. यानी ग्लांस के जरिये एक यूजर केवल लॉक स्क्रीन पर ही पूरा इंटरनेट इस्तेमाल कर सकता है. इसका मतलब न कोई सर्चिंग, स्क्रॉलिंग, डाउनलोडिंग या स्क्रीन अनलॉक के यूजर कई तरह का काम कर सकता है। 


इन स्मार्टफोन पर मिलता है यह फीचर 
सबसे मजेदार बात यह है कि ग्लांस कोई मोबाइल ऐप नहीं है, जिसे यूजर अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करे. ग्लांस स्मार्टफोन का एक ऐसा अनोखा फीचर है जो पहले से ही फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम में जुड़ा होता है. स्मार्टफोन की दुनिया में क्रांति ला देने वाला यह ग्लांस प्लेटफॉर्म केवल Glance इनेबल्ड फोन पर ही काम करता है. सैमसंग, शाओमी, रियलमी समेत कई बड़े एंड्रॉयड स्मार्टफोन ब्रांड्स के कई मॉडल्स में यह प्लेटफॉर्म पहले से ही मौजूद रहता है.