Delhi Mukhyamantri Tirth Yatra Yojana: मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत गुरुवार को 780 बुजुर्गों को लेकर 92वीं ट्रेन दिल्ली से द्वारकाधीश के लिए रवाना हुई. यात्रा से पूर्व सभी तीर्थयात्रियों के लिए त्यागराज स्टेडियम में भजन संध्या का आयोजन किया गया. राजस्व मंत्री आतिशी ने यहां पहुंचकर तीर्थ-यात्रियों से मुलाकात की और उन्हें यात्रा टिकट व किट सौंपा. 


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इस मौके आतिशी ने कहा कि मैं दिल्ली के सभी बुजुर्गों की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करना चाहूंगी, जो दिल्ली के सभी बुजुर्गों को अपने माता-पिता की तरह मानते है और बेटे की भूमिका निभाते हुए दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवा रहे हैं.  उन्होंने बुजुर्गों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में आपके बेटे अरविंद केजरीवाल ने सोचा कि जैसे ही कोई व्यक्ति वृद्धावस्था में जाता है तो उसके मन में एक इच्छा जागती है कि सारी जिंदगी की मेहनत के बाद मुझे भगवान के धाम जाना है, तीर्थ यात्रा करनी है, लेकिन बहुत से व्यक्ति के पास या तो समय नहीं होता या फिर साधन नहीं होता की वो अपने लिए तीर्थ-यात्रा का इंतजाम कर सके.


अब तक 87 हजार से अधिक बुजुर्गों को यात्रा करवा चुकी सरकार
ऐसे में दिल्ली के बुजुर्गों के लिए उनका बेटा बनकर अरविंद केजरीवाल जी आए जिन्होंने श्रवण कुमार की तरह दिल्ली के हर बुजुर्ग के लिए तीर्थ यात्रा का इंतजाम किया है. दिल्ली के बुजुर्गों के लिए श्रवण कुमार की भूमिका में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अबतक दिल्ली से 91 ट्रेनों के माध्यम से 87 हजार से अधिक बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेजा है और उनका वादा है कि चाहे कितनी भी बाधाएं आ जाए, लेकिन वो बुजुर्गों के लिए तीर्थ-यात्रा का सिलसिला रुकने नहीं देंगे और दिल्ली के हर बुजुर्ग की तीर्थ यात्रा करवाएंगे.


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इन तीर्थ स्थलों का दर्शन कराती है केजरीवाल सरकार
दिल्ली सरकार रामेश्वरम्, द्वारकाधीश, सोमनाथ, नागेश्वरम्, जगन्नाथपुरी, बाबा महाकाल, शिरडी में तमकेश्वरम्, तिरुपति बालाजी, अयोध्या, माता वैष्णोदेवी, पुष्कर, फतेहपुर सिकरी, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर, करतारपुर साहिब, मथुरा-वृंदावन और हरिद्वार के दर्शन अपने खर्चे पर करवाती है. पात्र यात्री अपनी मन पसंद यात्रा को चुन सकते हैं.


दिल्ली सरकार तीर्थयात्रियों की पूरी यात्रा का उठाती है खर्च
इन यात्राओं में भाग लेने के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करना होता है. आवेदनों की जांच पड़ताल के बाद दिल्ली सरकार इच्छित तीर्थ स्थलों तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए वातानुकूलित ट्रेनों की व्यवस्था करती है. दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रियों के उनके घर से रेलवे स्टेशन तक और वापस घर पहुंचाने तक के लिए वाहन की जिम्मेदारी लेती है.


साथ ही, उनके होटल पहुंचने के बाद तीर्थ स्थलों तक और वहां से स्थानीय यात्रा की व्यवस्था भी करती है. यात्रा के दौरान सभी तीर्थयात्रियों को अच्छे होटलों में रहने के साथ भोजन और नाश्ते की व्यवस्था करती है. इसके अलावा हर तीर्थयात्री को एक किट दी जाती है, जिसमें बेडशीट, छाता, कंबल, तौलिया और स्नान किट समेत अन्य जरूरी वस्तुएं होती हैं, ताकि उनको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो.


अब तक दिल्ली के 87 हजार से अधिक बुजुर्ग कर चुके हैं यात्रा
दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत अब तक 91 ट्रेनों के माध्यम से 87 हजार से अधिक तीर्थयात्री देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर चुके हैं. योजना के तहत गुरुवार को दिल्ली के 780 बुजुर्गों को लेकर 92वीं यात्रा ट्रेन द्वारकाधीश रवाना हुई.