Mulayam Singh Yadav Death News: आज सुबह उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया. मुलायम सिंह सांस की बीमारी के चलते 22 अगस्त से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन के बाद उनके समर्थकों और परिवार में शोक की लहर दौड़ गई. वहीं उनके निधन पर कई बड़े नेताओं ने शोक जताया है.


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वहीं आज हम मुलायम सिंह यादव और पीएम मोदी के संबंधों के बारे में बात करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी और मुलायम सिंह की केमेस्ट्री काफी दिलचस्प रही है. बता दें कि जब 2014 में मोदा सरकार का पहला शपथ ग्रहण था, उस दौरान अमित शाह ने पीछे बैठे मुलायम सिंह को हाथ पकड़ कर आगे बिठाया. वहीं पीएम मोदी यादव परिवार के पारिवारिक फंक्शनों में भी शामिल हुए थे. 


पीएम मोदी फरवरी 2015 में मुलायम के पोते तेज प्रताप यादव के शादी समारोह में भी मोदी आए थे. मुलायम के पुश्तैनी गांव सैफई में आयोजित तिलक समारोह में मोदी ने शिरकत की थी.


वहीं 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह ने पीएम मोदी के लिए कहा था कि पीएम मोदी को देखिए, वह मेहनत और लगन से प्रधानमंत्री बने हैं. वह एक गरीब परिवार से आते हैं. वह हमेशा कहते हैं, मैं अपनी मां को नहीं छोड़ सकता और वो उन्हीं के साथ रहना चाहते हैं.


इसके बाद 2017 में जब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मुलायम सिंह यादव को पीएम मोदी के कान में कुछ कहते हुए देखा गया. इससे सबके मन में लाखों सवाल उठने लगे.


वहीं 13 फरवरी 2019 में मुलायम सिंह ने कहा था कि मेरी कामना है कि जितने माननीय सदस्य हैं, दोबारा फिर जीत जाएं. मैं ये भी चाहता हूं, हम लोग तो बहुमत से नहीं आ सकते हैं, प्रधानमंत्री जी आप फिर बने प्रधानमंत्री. हम चाहते हैं जितने सदन में बैठे हैं सब स्वस्थ रहें, सब मिलकर फिर सदन चलाएं.


वहीं उनके निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मुलायम सिंह यादव एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.