Delhi News: पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरने वाला निठारी कांड का अभियुक्त मोनिंदर सिंह पंढेर को गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल से रिहा कर दिया गया. चार दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति एसएएच रिजवी की खंडपीठ ने निठारी नरसंहार में सीबीआई कोर्ट से फांसी की सजा पाए सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर को दोषमुक्त करार दिया था.


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मोनिंदर पंढेर की हुई आज रिहाई
मोनिंदर पंढेर की रिहाई का परवाना आज सुबह गौतमबुद्ध नगर जिला जेल पहुंचा. दोपहर लगभग 1: 40 बजे पंढेर की जेल से रिहाई हुई. लुकसर जेल से वह वकील का हाथ पकड़कर बाहर निकाला. इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उससे बात करने को कोशिश की. मगर, उसने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. इसके बाद हाथ जोड़ते हुए कार में बैठा और निकल गया. इस दौरान जेल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और निठारी में डी5 नंबर की पंढेर की कोठी के पास पुलिस तैनात किया गया है.


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साल 2006 में सामने आया था केस
नोएडा के सेक्टर 31 स्थित निठारी कांड तब चर्चा में आया 29 दिसंबर 2006 को निठारी में मोनिंदर सिंह पंढेर की कोठी के पीछे नाले में पुलिस को 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे. पुलिस ने मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था. बाद में निठारी कांड से संबंधित सभी मामले सीबीआई को स्थानांतरित कर दिए गए थे. वर्तमान में निठारी कांड मामले की शिकार महिलाओं, बच्चों और बच्चियों के ज्यादातर परिजन नोएडा छोड़कर अपने-अपने पैतृक गांव वापस जा चुके हैं. निठारी कांड पीडित केवल चार लोग ही अब नोएडा में रह रहे हैं.