Noida News: अमूल आइसक्रीम के डिब्बे में कनखजूरा निकलने का मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है. पीड़िता दीपा देवी का कहना है कि अमूल कंपनी द्वारा इस मामले में कोई ठोस कदम उठाने की बजाय मामले को रफादफा करने का प्रयास किया जा रहा है.


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आपको बता दें कि बीते 15 जून को ब्लिंकिट (Blinkit) ऐप के जरिए अपने राशन के समान के साथ दीपा देवी ने अमूल की आइसक्रीम भी मंगाई थी. जैसे ही दीपा देवी ने अपने बच्चों को आइसक्रीम खिलाने के लिए उसका डब्बा खोला तो उसमें कनखजूरा निकला. इसके बाद दीपा देवी ने ब्लिनकिट के कस्टमर केयर पर शिकायत की. कस्टमर केयरवालों ने उन्हें आइसक्रीम के पैसे रिफंड कर दिए और अमूल कंपनी में इसकी शिकायत करने की बात कही. 


इसके बाद दीपा देवी ने X के जरिए अपनी बात को सोशल मीडिया में रखा तो नोएडा के फूड विभाग के अधिकारी उनके घर पहुंचे और आइसक्रीम में मिले कीड़े के फोटोग्राफ लेकर चले गए और जांच की बात कहने लगे. वहीं अमूल कंपनी की तरफ से भी बीते 15 जून को दो लोग उनके घर पहुंचे और अमूल आइसक्रीम का सैंपल लेकर गए. 


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पूरे मामले में अमूल कंपनी द्वारा सोशल मीडिया X हैंडल पर कहा गया कि पीड़ित महिला द्वारा उन्हें आइसक्रीम का डब्बा नहीं दिया गया. जिसकी वजह से वह जांच नहीं कर पा रहे हैं. वहीं पीड़ित महिला का कहना है कि 15 जून को जब अमूल कंपनी के अधिकारी आए तो उन्हें सैंपल दिया गया. 17 जून को एक बार फिर से अमूल कंपनी के अधिकारी उनके पास आए और पूरा आइसक्रीम का डब्बा मांगने लगे ताकि मामले को रफादफा किया जा सके. 


पीड़िता का कहना है कि अगर सबूत को पूरी तरह से कंपनी को दे दिया जाए तो वह उस पर छेड़छाड़ कर सकते हैं. ऐसे में पीड़िता दीपा देवी ने जिला मजिस्ट्रेट और जनपद के फूड विभाग को भी शिकायत दी है और आइसक्रीम में जहरीला कीड़ा निकालने और कंपनी द्वारा कोई सही कदम न उठाने के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. 


दीपा देवी का आरोप है कि अमूल कंपनी के प्रतिनिधि मामले को दबाकर उपभोक्ताओं के हितों की अनदेखी करने पर तुले हुए हैं. उन्होंने सोमवार को तमाम तरह के प्रलोभन दिए गए, जिसमें अमूल कंपनी वाले कई प्रोडक्ट उनके यहां छोड़ गए. 


Input: Vijay Kumar