पलवलः जिले के सरपंच अपने-अपने गांवों में भाजपा-जजपा नेताओं का पोस्टर लगाकर विरोध करेंगे. ये फैसला सरपंचों ने सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सुमैण की अध्यक्षता में हुई बैठक में किया गया है. इस मौके पर सैकड़ों गांवों से आए सरपंच और सरपंच एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष शशि बाला तेवतिया भी मौजूद रहीं.


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साथ ही सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सुमैण ने सरपंचों से दिल्ली में ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर 3 अप्रैल को होने वाले विरोध प्रदर्शन में पहुंचने की अपील की, ताकि सरकार के खिलाफ सरपंच अपनी आवाज बुलंद कर सकें. भले ही प्रदेश सरकार ने पंचायती राज में सरपंचों को मानदेय सहित तमाम सुविधाएं देने की घोषणा क्यों न कर दी हो.


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लेकिन, ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल के विरोध में सरकार के खिलाफ सरपंचों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरपंचों ने चंडीगढ़ के बाद अब दिल्ली के जंतर -मंतर पर सरकार के खिलाफ 3 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन करने का बिगुल बजा दिया है, जिसको लेकर हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष रणवीर सुमैन पूरे हरियाणा का दौरा कर सरपंचों को दिल्ली कूच करने का न्योता दे रहे हैं.


इसी सिलसिले में रणवीर आज पलवल जिले के सरपंचों को प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता देने पलवल पहुंचे, जिनका पगड़ी बांधकार पलवल के सरपंचों ने जोरदार स्वागत किया और इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलकर साथ चलने का आस्वाशन दिया. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सुमैन ने सरपंचों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने-अपने गावों में पोस्टर लगाकर बीजेपी-जेजेपी नेताओं का बहिस्कार करें.


उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत वे अपने गांव से कर चुके हैं. जब सरकार का गावों में विरोध होना शुरू होगा, तो इनकी आंखे खुलेंगी और हमारी मांगों पर सरकार अमल करेगी. पूरे प्रदेश के सरपंच दिल्ली के जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे और अपनी आवाज बुलंद कर दिल्ली में बैठी सरकार के कानों तक पहुचाएगें, ताकि पता चले की हरियाणा सरकार सरपंचों के अधिकारों को छीन रही है.


उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में यह विरोध प्रदर्शन पूरे हरियाणा में तेज होगा और सरकार को सरपंचो के सामने झुकना होगा और हमारी मांगें पूरी करनी होंगी.


(इनपुटः रुस्तम जाखड़)