Palwal Flood: हरियाणा प्रदेश में बारिश की वजह से 10 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी को सामना करना पड़ रहा है. किसानों की फसल जलमग्न हो गई है, वहीं बाढ़ की वजह से कई लोगों की मौत हुई है. दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल सहित कई राज्यों में बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. वहीं अब बाढ़ को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. AAP की तरफ से हरियाणा की मनोहर सरकार को दिल्ली की बाढ़ का जिम्मेदार बताया जा रहा है, इस बीच हरियाणा के AAP प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने भी मनोहर सरकार पर तंज कसा है. 


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हरियाणा में बाढ़ के दौरान AAP कार्यकर्ता और नेता लगातार जनता के बीच जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं.AAP प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने भी पलवल पहुंचकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से बातचीत की. इसके बाद पलवल पीडब्लूडी रेस्ट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान सुशील गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता ग्राउंड जीरो पर पीड़ितों की हर संभव मदद कर रहे हैं, जरूरतमंद लोगों को भोजन व दवाइयां मुहैया करवा रहे हैं. बारिश की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों पर पानी आने से सड़कें टूटने लगी हैं. कई गांवों का संपर्क दूसरे इलाकों से कट रहा है, कई दिन से बिजली नहीं है, घरों में पीने का पानी भी खत्म हो गया है. लेकिन मनोहर सरकार का कोई व्यक्ति गांवों में नहीं पहुंच रहा और ना ही कोई सरकारी मदद गांवों में मिल रही है. 


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सुशील गुप्ता ने मनोहर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आपदा प्रबंधन में फेल साबित हो रही है. CM मनोहर लाल, उनके मंत्री, सांसद व विधायक इस मुश्किल की घड़ी में कोई भी जमीन पर नजर नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा की गठबंधन सरकार की अनदेखी के चलते आज पूरे प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं.  मानसून से पहले मनोहर सरकार ने नदी, नालों और ड्रेनेज की साफ सफाई नहीं करवाई, जिसकी वजह से सड़कों पर पानी के तालाब बन गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते प्रदेश सरकार ने बंदोबस्त किए होते तो बाढ़ जैसे हालात नहीं पैदा होते. प्रदेश सरकार के पानी निकासी के दावों की हवा निकल चुकी है.


दिल्ली को डुबाने का आरोप
सुशील गुप्ता ने कहा कि मनोहर सरकार हथिनी कुंड बैराज का पानी केवल दिल्ली की तरफ छोड़कर दिल्ली को डूबाना चाहती थी, जबकि उत्तर प्रदेश की कैनाल सूखी पड़ी है. इससे वॉटर लेवल कम हो जाता और बाढ़ ग्रस्त एरिया को राहत मिलती. बहुत सारे गांव पानी की चपेट में आने से बच जाते. एक साजिश के तहत दिल्ली को डुबोने के कारण हरियाणा के सैंकड़ों गांव भी बाढ़ की चपेट में आ गए. इस दौरान सुशील गुप्ता ने उन्होंने सरकार से बाढ़ पीड़ितों तक तुरंत मदद पहुंचाने की मांग की. वहीं सरकार से आपदा प्रबंधन विभाग को भी एक्शन में लाकर लोगों तक मदद पहुंचाने का काम करवाने की बात कही. 


Input- Rushtam Jakhar