Panchak 2023: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के साथ ही पंचक की शुरुआत हो रही है. सोमवार से शुरू होने की वजह से इसे राज पंचक कहा जाएगा. पंचक कुल 5 दिनों के होते हैं, जिसकी शुरुआत 20 फरवरी 2023 को रात में 1 बजकर 14 मिनट से होगी और 24 फरवरी 2023 को सुबह 3 बजकर 44 मिनट पर ये समाप्त हो जाएंगे.


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पचंक क्या होते हैं?
जब चन्द्रमा पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, घनिष्ठा, शतभिषा और रेवती नक्षत्रों में रहता है तो उसे पंचक कहते हैं. आसान भाषा में इसे समझे तो जब चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि में गोचर करता है तो उसे पंचक कहा जाता है. इस दौरान कुछ काम करना अशुभ माना जाता है.


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राज पंचक के दौरान भूलकर भी न करें ये काम


1. घर की छत बनवाना
पंचक में घर की छत बनवाना वर्जित माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि पंचक में छत बनवाने से धन की हानि होती है. साथ ही घर में झगड़े होना शुरू हो जाते हैं, इसलिए पंचक में घर की छत बनवाने से बचना चाहिए. 


2. लकड़ी से जुड़े हुए काम
पंचक के दौरान लकड़ी से जुड़े काम को करना वर्जित माना जाता है. इस दौरान लकड़ी इकट्टा करने, काटने और जलाने से बचना चाहिए. ऐसा करने पर घर में परेशानी आ सकती है. 


3. दक्षिण दिशा में यात्रा
पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा करना वर्जित माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि ये यम की दिशा होती है और पंचक में इसमें जानें पर जान का खतरा हो सकता है.बहुत ज्यादा जरूरी होने पर दही खाकर यात्रा कर सकते हैं. 


4. अंतिम संस्कार
पंचक के दौरान अगर किसी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके साथ आटा, बेसन और घास के 5 पुतले बनाकर उनका भी अंतिम संस्कार करना चाहिए. ऐसा करने से परिवार के अन्य लोगों पर आने वाला संकट टल जाता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE MEDIA इसकी पुष्टि नहीं करता है.)