दिल्ली के इंदर एंक्लेव में मैथिली रीति रिवाज के साथ की जाती है जगदंबा मां की पूजा आराधना
नवरात्रि के पावन पर्व पूरे भारत में काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है. वही इस साल श्री मिथिला शारदीय दुर्गा पूजा समिति इंदर एंक्लेव फेस 2 में 34 वें दुर्गा पूजनोत्सव का आयोजन हर्षों उल्लास से किया जा रहा है.
समिति के आचार्य श्री पूरन मिश्रा जी ने विधि विधान से पूजा आराधना के साथ मां जगत जननी जगदम्बा की पूजा आरंभ की. आचार्य जी ने कहा कि दुर्गा मां अलग-अलग रूप में जगत कल्याण हेतु प्रकट होती है और पाप को नाश करती है.
यहां नित्य मैथिली रीति रिवाज से पूजा के बाद दैनिक आरती होती है. आरती के उपरांत मां के अलग-अलग रूप में कन्या भोजन मंदिर प्रांगण में कराया जाता है. संस्था के अध्यक्ष संजय झा जी ने कहा कि वर्ष 1991 में एक छोटी सी भूमि पर समिति के संस्थापक सदस्यों द्वारा, जो की मुख्यतः मिथिलांचल एवं पूर्वांचल से आए थे. उन लोगों ने यहां पर दुर्गा पूजा की स्थापना की और आज यहां पूजा धूमधाम से की जाती है.
पूरे दिल्ली से लोग यहां पर पूजा देखने आते है. उधर महासचिव मुकेश झा ने पूजा समिति द्वारा किए गए कार्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हर वर्ष के तरह ही इस बार भी श्रद्धालु के लिए उचित सुरक्षा एवं व्यवस्था की गई है.
इंदर एनक्लेव में ज्यादातर लोग मिथिलांचल से है और वो लोग इस पूजा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है. वही उपाध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि रोज यहां पर भजन संध्या का भी आयोजन किया जाता है. लोक गायिका जुली झा, रवि मिश्रा जी ने माता की परंपरागत मैथिलि गोसावानिक भजन गाकर समा बांध दिया.
संस्था के सचिव राम उदार ठाकुर कोष अधक्ष्य इंद्र नारायण झा ने समस्त समाज को इस पूजा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आग्रह किया.