Indpendence Day 2024: इन महिलाओं ने देश को आजादी दिलाने में निभाई अहम भूमिका, जानें इनकी कहानी
Female Freedom Fighters: देश को आजाद हुए आज 78 साल पूरे होने जा रहे हैं. 15 अगस्त को पूरा भारत 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा. भारत को आजादी दिलाने में पुरुषों ने तो बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ही था, बल्कि महिलाओं भी इस मामले में पीछे नहीं रहीं हैं. कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आइए इन्हीं क्रांतिकारी महिलाएं के योगदान को याद करते हैं.
Rani Lakshmi Bai
Rani Lakshmi Bai: 1857 की लड़ाई में देश के लिए अपना योगदान देने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने देशवासियों के दिलों में जगह बनाने वाली पहली महिला सामने आई थी. लक्ष्मी बाई ने 'चूक के सिद्धांत' का विरोध किया और युद्ध में खुद को आग के हवाले करते हुए देश को समर्पित कर दिया था और अग्रेजों के हाथ नहीं आई थीं.
Neera Arya
Neera Arya: वहीं देश के लिए अपने स्तन कटवाने वाली नीरा आर्य ने देश को आदाजी दिलाने अहम भूमिका निभाई है. नीरा आर्य सुभाष चंद्र बोस की भारतीय राष्ट्रीय सेना की पहली महिला जासूस थी और बोस की जान बचाने के लिए अपने पति तक की हत्या कर दी थी.
Sarojini Naidu
Sarojini Naidu: सरोजिनी नायडू ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं. 1925 में कानपुर अधिवेशन में सरोजिनी नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं. वहीं 1928 में वह गांधीजी का अहिंसा आंदोलन का संदेश लेकर अमेरिका आईं.
Kamala Nehru:
Kamala Nehru: पंडित जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू ने महिलाओं के प्रति स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया.
Usha Mehta
Usha Mehta: उषा मेहता ने 8 साल की उम्र से ही विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने शुरू किया था, सबसे पहले वे साइमन कमीशन के खिलाफ खड़ी हुई थीं. इन्होंने छत्तीसगढ़ में ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी काम किया.