Durga Puja 2024: सीआर पार्क में दुर्गा पूजा के भव्य पंडाल की सजावट शुरू, देखें खूबसूरत तस्वीरें
Shardiya Navratri 2024: देशभर में 3 अक्टूबर से नवरात्रि और दुर्गा पूजा का त्योहार मनाया जाना है. उससे पहले देशभर में इसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के सीआर पार्क में जगह-जगह भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. जहां दुर्गा पूजा मनाई जाती है. वहीं दुर्गा पूजा में सीआर पार्क में श्रद्धालु लाखों की संख्या में पहुंचते हैं और भव्य पंडाल के साथ मां दुर्गा का दर्शन करते हैं.
दिल्ली के सीआर पार्क इलाके को देश का दूसरा कोलकाता कहा जाता है. जहां भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. यहां अलग-अलग थीम पर पंडालों को सजाया जाता है. सीआर पार्क इलाके के बी ब्लॉक में उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर के थीम पर भव्य पूजा पंडाल बनाया जा रहा है.
बी ब्लॉक में बना रहे काशी विश्वनाथ के थीम पर पूजा पंडाल के जनरल सेक्रेटरी आशीष सोम ने बताया कि पिछले 49 वर्षों से दुर्गा पूजा का आयोजन सीआर पार्क के के बी ब्लॉक में कर रहे हैं हर साल यहां पूजा पंडाल का कोई न कोई थीम होता है. पिछले साल संसद भवन बनाया गया था और इस बार काशी विश्वनाथ के थीम पर भव्य पूजा पंडाल बनाया जा रहा है. जो 6 अक्टूबर तक बनकर पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि पंडाल के अंदर का भाग पूरी तरह काशी विश्वनाथ मंदिर के रंग गोल्डन रूप से रंगा जा रहा है. ऊपर का बनने वाला ढांचा भी पूरी तरह गोल्डन होगा. इससे पहले हमारे यहां देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी पूजा पंडाल को देखने पहुंचे थे और हम लोग अपने पूजा पंडाल के अलग-अलग थीम पर वर्क करते हैं.
वहीं सीआर पार्क के कोऑपरेटिव ग्राउंड में 49वां दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है. हर साल की भांति इस साल भी कोऑपरेटिव ग्राउंड में ग्रामीण बंगाल के थीम पर भव्य पूजा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. जहां लगातार दिन-रात पूजा पंडाल के कारीगरों के द्वारा कार्य किया जा रहा है. इस बार बंगाल की ग्रामीण परिवेश को दिखाना ही कोऑपरेटिव ग्राउंड में बना रहे पूजा पंडाल का उद्देश्य है. तार के पत्तों के बने पंखे और जुट से पूरे पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है.
साथ ही बांस के बने सूप से इस डिजाइन भी कराया जा रहा और जगह-जगह कलाकारी जो बंगाल की प्रमुखता होती है. पंडाल चारों तरफ दीवारों पर बंगाली पेंटिंग्स कराई जा रही है. जो पंडाल को अंदर से भव्य खूबसूरत और आकर्षक बना रहा.
कोऑपरेटिव पूजा पंडाल की कोषाध्यक्ष लिपि चटर्जी ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी पूजा पंडाल ग्रामीण बंगाल की थीम पर है. इस पूरे पूजा पंडाल में नो प्लास्टिक, थर्मोकोल का यूज किया गया है. पूरे पंडाल के साथ-साथ मूर्ति भी इको फ्रेंडली बनाया गया है. ताकि पर्यावरण को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो.
उन्होंने कहा कि हमारे यहां पंचमी से माता दुर्गा के स्वरूप का मुख खुल जाता है और भक्त पंचमी से पूजा पंडाल को घूमने के लिए पहुंचते हैं. जहां लाखों श्रद्धालुओं का फुटफॉल होता है. हमारे यहां बड़ी मात्रा में भोग का भी वितरण किया जाता है जो निशुल्क होता है.