Surajkund Mela 2024: बेलारूस से आए शिल्पकारों ने जीता भारतियों का दिल, हाथ से निर्मित ज्वेलरी की हो रही जमकर मांग

फरीदाबाद में सूरजकुंड मेले का आगाज हो चुका है. अरावली की वादियों में इस बार भी 37 वे अंतरराष्ट्रीय सूरजगढ़ मेले में भारी संख्या में विदेशी कलाकार शिल्पकार सूरजकुंड मेले में अपनी भागीदारी दर्ज कर रहे हैं. अपनी हस्तकला का प्रदर्शन करते हुए यहां स्टॉल पर नजर आ रहे हैं.

अभिनव तौमर Wed, 07 Feb 2024-12:32 pm,
1/5

यहां विभिन्न अंतरराष्ट्रीय देशों के विभिन्न विभिन्न कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं मेले में लगाए गए स्टॉल के द्वारा अपनी बनाई हुई कलाकृतियों का प्रदर्शन करते हुए अपने द्वारा बनाए गए सामानों को बेचते हुए भी नजर आ रहे हैं. 

2/5

बेलारूस से आए शिल्पकारों के भाषा अनुवादक डॉक्टर मधु ने बताया कि इस बार वह मेले में हाथ से निर्मित गेहूं के बालियों से बने हुए खिलौने, ज्वेलरी तथा गारमेंट, मुकट लेकर आई है, जिसकी खूब मांग यहां हो रही है.

3/5

काफी मेहनत का काम होता है इन खिलौनों को बनाना. यह काफी बारीकी वाला काम होता है. कपड़े की बेल्ट भी बेचने के लिए यहां पर लगाई गई है, जिसकी खूब मांग हो रही है.

4/5

डॉ. मधु ने ये शिल्पकार पहले भी इस मेले में आ चुकी हैं और यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगता है. उन्होंने बताया कि उनकी स्टॉल पर 200 रुपये से लेकर हजार रुपये तक की आइटम मौजूद है. मेला दर्शक यहां अच्छी खरीदारी कर रहे हैं.

5/5

मेले में आए विदेशी कलाकार, शिल्पकार का सहयोग कर रही भाषा अनुवादक डॉ. मधु बताती है कि यहां शिल्पकारों को भाषा के कारण ग्राहकों को अपनी बात समझने में काफी समस्या हो रही है. सूरजकुंड मेले में विदेशियों के लिए भाषा की समस्या ज्यादा हो रही है, जिसके कारण वह अपनी बात को यहां आ रहे पर्यटन को तक नहीं रख पा रहे हैं. सूरजकुंड प्रबंधक को इस विषय पर जरूर संज्ञान लेना चाहिए.

ZEENEWS TRENDING STORIES

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link