आलीशान ही नहीं हाईटेक भी होगा पीएम आवास, सुरंग से PMO और संसद तक होगी PM की एंट्री
Central vista परिसर में ही पीएम का आवास बनने जा रहा है. उच्च सुरक्षा व्यवस्था के कारण सार्वजनिक मार्गों पर सामान्य यातायात में कोई बाधा न आए इसलिए इस जगह को चुना है. टनल के जरीए आवास से पीएम संसद और PMO जाएंगे.
नई दिल्ली: नए संसद भवन (central vista) में प्रधानमंत्री आवास परिसर के निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी है. पीएम आवास साउथ ब्लॉक के पास दारा शिकोह रोड पर ब्लॉक Aऔर B में सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास के सबसे अहम और हाई-प्रोफाइल हिस्से में से एक है. नया संसद भवन 2,26,203 वर्ग फुट में फैला होगा. इसमें क्षेत्र में से 36,328 वर्ग फुट में पीएम आवास होगा. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री का मुख्य निवास भूतल और पहली मंजिल पर होगा. इस आवास की कुल लागत 467 करोड़ रुपये होगी.
ये भी पढ़ें: दिल्ली CM और LG के बीच एक बार फिर शुरू हुआ विवाद, वजह बनी CAG रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री आवास परिसर का अहम हिस्सा अंडरग्राउंड वीआईपी टनल होगी. इसमें पीएम आवास कार्यालय से आने-जाने की होगी व्यवस्था. यह टनल प्रधानमंत्री आवास को सीधे एग्जीक्यूटिव एनक्लेव से जोड़ेगी. इसमें पीएमओ (PMO), नई संसद और उपराष्ट्रपति का निवास होगा.
प्रधानमंत्री का मुख्य आवास भूतल और पहली मंजिल पर है. इसके साथ साउथ ब्लॉक के दक्षिण में स्थित परिसर में पीएम का आवास कार्यालय, सहायक स्टाफ क्वार्टर, एसपीजी (SPG) कार्यालय, एक इनडोर खेल क्षेत्र, एक सेवा सदन और सुरक्षा कार्यालय सहित अन्य सुविधाएं होंगी. इस आवास के तैयार हो जाने के बाद 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के मौजूदा आवास को नए परिसर में स्थानांतरित किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री और उनके गणमान्य अतिथियों की आवाजाही के दौरान लोगों को में यातायात संबंधी परेशानी न हो इसको लेकर भूमिगत सुरंग का प्रस्ताव किया गया था. प्रधानमंत्री आवास परिसर के निर्माण का खर्च केंद्रीय आवास मंत्रालय के बजट अनुदान से पूरा किया जाएगा. 2022-23 के बजट में इस परियोजना के लिए 70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. आवास मंत्रालय को पहले ही परियोजना के लिए पर्यावरण मंजूरी मिल गई है. साथ ही अन्य स्वीकृतियां भी मिलने वाली हैं. सूत्रों ने बताया कि पीएम आवास परिसर के निर्माण का टेंडर दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास परिसर को पूरा करने और उसे सौंपने की समय सीमा सितंबर 2024 निर्धारित की है. जल्द ही यह प्रस्ताव वित्त मंत्रालय की व्यय और वित्त समिति (EFC) की मंजूरी के लिए भेजे जाने की उम्मीद है. EFC सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित सभी योजनाओं और परियोजनाओं का मूल्यांकन और अनुमोदन करता है.
जानकारी के अनुसार 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम का मौजूदा आवास पीएमओ से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित है. सूत्रों में से एक ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और उनके सुरक्षा काफिले के किसी भी आवागमन के परिणामस्वरूप सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में शहर के यातायात में बड़ा व्यवधान होता है और जनता को असुविधा होती है, नया परिसर प्रधानमंत्री की आवाजाही के रास्ते को अलग करेगा और यातायात व्यवधानों से बचाएगा.’
पीएम का मौजूदा आवास सेंट्रल विस्टा क्षेत्र से लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर है. इससे पीएम के काफिले के किसी भी आवागमन से सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में शहर के यातायात में बड़ा व्यवधान होता है, जिससे जनता को असुविधा होती है. नया पीएम आवास प्रधानमंत्री की आवाजाही के रास्ते को अलग करेगा और यातायात व्यवधानों से बचाएगा. नए प्रधानमंत्री आवास परिसर की जगह को केवल इसलिए नहीं चुना है ये पीएमओ, कैबिनेट सचिवालय और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के करीब है, बल्कि उच्च सुरक्षा व्यवस्था के कारण सार्वजनिक मार्गों पर सामान्य यातायात में कोई बाधा न आए इसलिए भी इस जगह को चुना है.
इस सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में संसद भवन, केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों का एक साझा केंद्रीय सचिवालय, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू और एक्जीक्यूटिव एन्क्लेव का निर्माण शामिल है. त्रिभुज के आकार वाली एक नई संसद भवन के निर्माण के लिए पहले से ही काम जारी है. इसके नवंबर तक संसद के शीतकालीन सत्र से पहले तैयार हो जाने की उम्मीद है.