Delhi Pollution: दिल्ली के अंदर वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ अभियान के तहत आज चन्दगी राम अखाड़े चौराहे पर लोगों को जागरुक किया गया. आईटीओ चौराहे से इस अभियान की शुरुआत की गई थी. इस अभियान का आज तीसरा दिन है. इस अवसर पर दिल्ली सरकार के मंत्री ईमरान हुसैन ने वाहन चालकों को रेड लाइट पर गाड़ी बंद रखने के फायदे बताए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली में प्रदूषण रोकने की खास मुहिम, शुरू हुई
'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान के बारे में बोलते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि दिल्ली में जो प्रदूषण बढ़ता है उसमें बायोमास वर्निग और डस्ट से होने वाले प्रदूषण के साथ-साथ वाहनों से होने वाले प्रदूषण का भी योगदान होता है. इसी को देखते हुए 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' कैंपेन शुरू किया गया है. दिल्ली के अंदर वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 'रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ' अभियान के तहत आज चन्दगी राम अखाड़ा पर लोगों को जागरुक किया गया.


ITO और बाराखंभा रोड पर चला अभियान
 इससे पहले ये अभियान ITO व बाराखंभा पर चलाया गया और आज चन्दगी राम अखाड़े पर आप नेता व कई विधायक और पार्षद समेत सैकड़ों आप कार्यकर्ता भी शामिल हुए. ईमरान हुसैन ने कहा कि पंजाब में पराली जलने की घटना में कमी आई है. पंजाब की तरह अगर एनसीआर के सभी राज्यों में पराली जलने की घटनाओं में कमी आ जाए तो दिल्ली में इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.


अभियान से 15-20 प्रतिशत कम होगा प्रदूषण
दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक अगर रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान को सफलतापूर्वक लोग पालन करते हैं, तो दिल्ली के अंदर 15 से 20 फीसदी तक वाहन प्रदूषण को कम किया जा सकता है. हमारा यह पूरा अभियान इसी बात को लेकर है कि हम रेडलाईट पर अपने इंजन को बंद करना अपनी आदत में ले आएं. आज चंदगी राम अखाड़ा चौराहे पर 'रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान के बाद आने वाले 2 नवंबर को सभी 70 विधानसभा में रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि 3 नवंबर को 2000 इको क्लब के माध्यम से रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान को लेकर स्कूलों में बच्चों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.


ये भी पढ़ें: पंजाब रोडवेज की टक्कर में शादी से लौट रहे चार लोगों की मौत, ड्राइवर फरार


दिल्ली कितना होता है प्रदूषण कम
फिलहाल आपको बता दें रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान पिछले वर्ष जब दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो गई थी तब भी चलाया गया था और गाड़ियों के लाइट पर ऑफ होने से प्रदूषण में काफी गिरावट दर्ज की गई थी. इस अभियान से एक ओर ईंधन की खपत भी कम हुई थी. ऐसे में इस बार देखने वाली बात होगी कि दिल्ली सरकार के इस मुहिम का वाहन चालक कितना पालन करते हैं और दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण कितने हद तक काम हो पाता है.


INPUT- NASEEM AHMED