Rohtak News: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मौजूदा भाजपा के संगठन को लेकर बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि भाजपा केवल पन्नों तक ही सीमित रह जाएगी, जबकि कांग्रेस घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात कर चुकी है और आने वाले समय में केवल कांग्रेस की ही सरकार होगी. साथ ही उन्होंने सभी दलों के इकट्ठा होने पर भी बयान देते हुए कहा कि भाजपा की गलत नीतियों का ही नतीजा है, जो सभी दल एक मंच पर आ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इन दिनों अपने गढ़ी संपला किलोई विधानसभा क्षेत्र में हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम के तहत लोगों से मुलाकात कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Sirsa News: घग्गर नदी में बहने से 3 बच्चों की मौत, ग्रामीणों ने गोताखोरों की मदद से निकाला शवों को बाहर


उन्होंने खिलाड़ी और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के बीच हो रहे विवाद को लेकर भी बयान देते हुए कहा कि यदि खिलाड़ियों की मांग बृजभूषण शरण के नारको टेस्ट की है तो उन्हें करा लेना चाहिए. मेरा किसी से कोई द्वेष नहीं है. मैं चाहता हूं कि खिलाड़ियों को न्याय मिले. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.


कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ों कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा प्रदेश सरकार पर हमलावर नजर आए. उन्होंने आज ही ऐलान कर दिया के भाजपा पन्ने पर ही रह जाएगी और हम घर-घर तक पहुंच चुके हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र गढ़ी सांपला किलोई के 5 गांव का दौरा किया है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ जिस तरह के बयान दे रहे हैं. उससे लगता है भाजपा डरी हुई है. गौरतलब है कि ओमप्रकाश धनखड़ ने हिसार में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि बीजेपी का कोई विधायक कांग्रेस में नहीं जा रहा है.


जब बिजली दोगे ही नहीं तो लॉस कहां से होगा
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली सरकार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र के खिलाफ अगर कोई काम होता है तो उसका विरोध होना स्वाभाविक है. नीतीश कुमार, ममता और केजरीवाल की मुलाकात उसी का नतीजा है. जहां तक अदालत के फैसले की बात है तो केंद्र और हरियाणा सरकार भी एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू नहीं कर रही है. वह भी कई बार इस मुद्दे को लेकर सवाल उठा चुके हैं. वहीं हुड्डा ने हरियाणा सरकार द्वारा लाइन लॉस कम करने के दावे पर चुटकी लेते हुए कहा की जब बिजली ही नहीं देंगे तो लाइन लॉस कहां से होगा.


Input: Raj Takiya