Sandeep Singh Matter: महिला कोच के पिता ने संदीप सिंह पर साधा निशाना, कहा- कोर्ट का समय खराब कर रहे मंत्री
Jhajjar News: हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच ने छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. वहीं उन्होंने लाई डिटेक्टर टेस्ट से मना कर दिया है. इस पर महिला के पिता ने उन पर जमकर निशाना साधा है.
Jhajjar Crime News: जूनियर महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह द्वारा लाई डिटेक्टर टेस्ट (Lie Detector Test) से मना कर दिया. इस पर पीड़िता के पिता ने आरोपी मंत्री पर जमकर हमला बोला है. पीड़िता के पिता का कहना है कि हमें पता था कि मंत्री संदीप सिंह सच का सामना नहीं कर सकते. वे न्यायालय का समय खराब कर रहे हैं. उनके वकील पहले भी लाई डिटेक्टर टेस्ट नहीं करवाने के बारे में न्यायालय को जानकारी दे सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इतना ही नहीं जूनियर महिला कोच के पिता ने मुख्यमंत्री पर भी जमकर निशाना साधा. साथ ही जंतर-मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों को भी नसीहत दी कि सरकार और मंत्री न्याय नहीं देंगे. न्याय के लिए केवल न्यायालय पर ही भरोसा करें.
ये भी पढ़ें: World Laughter Day 2023: मजेदार लाइफ के लिए हंसना बहुत जरूरी, इन चुटकुलों से दूर होगा सारा स्ट्रेस
छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह द्वारा लाई डिटेक्टर टेस्ट से मना करने पर पीड़ित महिला जूनियर कोच के पिता का कहना है कि संदीप सिंह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. उनका कहना है कि हमें पहले से ही पता था कि संदीप सिंह लाई डिटेक्टर टेस्ट नहीं करवाएंगे, क्योंकि वह सच का सामना नहीं कर सकते. पीड़िता के पिता का कहना है कि संदीप सिंह न्यायालय का समय बर्बाद कर रहे हैं ताकि न्याय मिलने में देरी हो सके.
सीएम पर लगाए पक्षपात के आरोप
पीड़ित महिला जूनियर कोच के पिता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी जमकर निशाना साधा. पिता का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उन्हें न्याय नहीं दिलवा सकते. वे बायस्ड हैं. इसलिए उन्होंने न तो उनकी पीड़ित बेटी से मुलाकात की और न उनसे मिले. इसके बावजूद हम पर अनर्गल बयान बाजी का आरोप लगा दिया और मंत्री संदीप सिंह का जमकर बचाव किया. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने एसआईटी और पुलिस जांच को प्रभावित करने की भी कोशिश की.
न्यायालय से ही मिलेगा न्याय
पीड़िता के पिता ने न्याय की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों को भी नसीहत दी है कि सरकार और मंत्रियों से किसी तरह की उम्मीद न रखें. उनका कहना है कि पहलवानों का धरना संसद के नजदीक चल रहा है. इसके बावजूद उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिल रही. उनके बेड तक छीने जा रहे हैं, बरसात के अंदर धरने पर बैठने को वह मजबूर हैं. उन्हें न्याय के लिए सिर्फ माननीय न्यायालय पर ही भरोसा रखना होगा, तभी जाकर उन्हें न्याय मिल सकेगा.
Input: Sumit Kumar