नई दिल्लीः समाज में फैली मासिक धर्म संबंधी गलत अवधारणाओं को दूर करने और गरीब व जरूरतमंद महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जागरूक करने के लिए विक्यूना एनजीओ (Vicuna NGO) ने अनूठी पहल की शुरुआत की है. संस्था की ओर से महिलाओं और लड़कियों को निशुल्क सेनेटरी पैड मुहैया कराए जा रहे हैं. दिल्ली में पचास हजार से ज्यादा महिलाओं और लड़कियों को सेनेटरी पैड देने का कार्य शुरू किया गया है.


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इस अभियान के तहत कोई भी लड़की या औरत अपनी मुस्कुराती फोटो विक्यूना एनजीओ के संस्थापक डॉ वरुन गुप्ता के ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज (#drvarunguptaofficial) पर टैग कर सकती है और डॉ वरून गुप्ता सेनेटरी पैड के लिए 11/- रुपए दान करेंगे. सेनेटरी पैड का वितरण दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में किया जा रहा है. इस मुद्दे पर बात करते हुए डॉ गुप्ता ने कहा कि "इस विषय पर अधिक से अधिक जानकारी देने की अभी भी जरुरत है. गरीब और जरुरतमंद महिलाओं के लिए अपनी जरुरत का सामान लाना भी कठिन होता है. इस उद्देश्य से हमने यह मुहीम चलाई है"


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उन्होंने बताया कि झुग्गी बस्ती या गरीब महिलाओं में पीरियड को लेकर जागरूकता की  कमी है. खासकर स्कूल या कॉलेज में पढ़ने वाली गरीब लड़कियां इसको लेकर गंभीर नहीं रहती. स्कूल, कॉलेज में अचानक माहवारी आ जाए तो सेनेटरी पैड की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में संस्था उन लड़कियों और महिलाओं को सैनेटरी पैड निशुल्क में उपलब्ध कराएगी.


संस्था का मानना है कि समाज की हर महिलाएं और लड़कियां अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहे. इसके लिए जरूरी है कि जब महामारी आए तो स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए दिए उनके पास सेनेटरी पैड हो. इसी के तहत संस्था महिलाओं को निशुल्क सैनेटरी पैड उपलब्ध करा रही है.


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