Sirsa Flood Update: सिरसा में बीती रात घग्गर नदी का बांध टूट गया, जिसके बाद से इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. बांध टूटने की वजह से इलाके के खेतों में भी जलभराव हो गया. बांध टूटने की सूचना मिलने के बाद गांव के लोग बांध को बांधने के लिए रातभर जद्दोजहद करते रहे. इधर जब इसकी जानकारी सरकारी अमले को लगी तो संबंधित पदाधिकारी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. 


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शुक्रवार रात टूटा घग्गर का बांध
शुक्रवार रात 10 बजे मुसाहिबवाला और नेजाडेला खुर्द के पास घग्गर नदी का बांध टूट गया. बांध टूटने से खेतों में जलभराव हो गया है, जिसके बाद बांध को बांधने के लिए ग्रामीण रात में जुटे रहे. घटना की जानकारी मिलने के बाद सुबह डीसी पार्थ गुप्ता और एसपी उदय सिंह मीणा बाइक पर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए निकले. दोनों के साथ बाइक पर ही सरकारी अमला भी था. उधर सिरसा-सरदूलगढ़ हाईवे पर बनी पुलियों को दूसरे गांव के किसानों द्वारा बंद करने के विरोध में किसानों ने रोड जाम कर दिया. इससे पहले बांध टूटने की सूचना पर डीसी पार्थ गुप्ता और एसपी उदय सिंह मीणा रात 12 बजे मुसाहिबवाला पर पहुंचे थे, लेकिन प्रशासन के पास संसाधन नहीं होने के वजह से कुछ हो न सका. प्रशासन की लचारी के बाद ग्रामीणों ने अपने दम पर बांध को बांधने का प्रयास किया. 


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लोगों ने शुरू किया समान समेटना
मुसाहिबवाला के पास करीब 20 से 25 फुट का कटाव था, ग्रामीणों ने आधे से ज्यादा बांध लिया था, लेकिन केवल मिट्‌टी और कट्‌टे होने के कारण बाकी कटाव भरा नहीं जा सका, जिसके बाद ग्रामीणों ने हिम्मत छोड़ दी. रात 2 बजे तक डीसी और एसपी बांध पर ही थे. अब मुसाहिबवाला से घग्गर का पानी पनिहारी गांव के बांध को जा लगा है. नदी का पानी बुर्जकर्मगढ़, फरवाई कलां, फरवाई खुर्द तक पहुंच गया है. पानी इन गांवों के किनारे पर बनाए गए बांध तक पहुंच गया है. खेतों में बनी ढाणियों में रहने वाले लोगों ने रात को अपने घरों से सामान समेटना शुरू कर दिया था और वे दूसरी जगहों पर चले गए.


किसानों ने किया हाईवे जाम
सिरसा से सदूलगढ़ मानसा रोड आता है. मुसाहिबवाला, पनिहारी, फरवाई गांव इसी रोड पर आते हैं. बांध टूटने के बाद इस सड़क के नीचे पानी की निकासी के लिए बनाई गई पुलिया को दूसरी छोर के किसान बंद करने में जुटे हैं ताकि नदी का पानी उनके खेतों में न पहुंचे, लेकिन इसके विरोध में बुजुकर्मगढ़ के लोगों ने हाईवे पर जाम कर दिया. बुजुकर्मगढ़ के सरपंच मनोज मेहता ने कहा कि रोड के नीचे पुलियों को बंद कर दिया गया. हम इसे खोलना चाहते थे, लेकिन दूसरी और के किसान खोलने नहीं दे रहे हैं. हमारे गांव डूब रहे हैं, बच्चे और महिलाएं रो रही हैं. साथ ही प्रशासन भी इन पुलियों को नहीं खुलवा रहा है. सिरसा में कल घग्गर नदी में 33 हजार क्यूसेक पानी था, जो खतरे के निशान से ऊपर था.


2010 में भी डूबे थे घर
सिरसा में दो जगहों से बांध टूटने पर ओटू हेड पर सुबह सात बजे 29000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया. ओटू डाउन स्ट्रीम में 25000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही सरदूलगढ़ में भी पानी बढ़ता जा रहा है, जिसका लेवल 47540 क्यूसेक तक पहुंच गया है. घग्गर के बढ़ते जलस्तर के चलते सिरसा के बणी गांव में लोगों ने अपनी दुकानों और घरों से सामान निकालना शुरू कर दिया है. बता दें कि यहां 2010 में भी गांव के मकानों की छतों तक पानी में भर गया था. 


Input- Rohit Kumar