सोनीपत : हरियाणा के विभिन्न जिलों से बेमौसम बारिश से खराब हुई फसल का आंकड़ा सामने आने लगा है. डिप्टी कमिश्नर और राजस्व विभाग के माध्यम से फसल खराबे की स्पेशल गिरदावरी करवाने के बाद गेहूं और सरसों से संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेजने का काम शुरू कर दिया गया है. सिर्फ सोनीपत जिले में 1,97,617 एकड़ भूमि पर उगी फसलें बारिश से चौपट हुई हैं. 


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उन किसानों को सबसे ज्यादा चिंता सता रही है कि जिन्होंने दूसरे की जमीन लेकर गेंहू उगाया था. तेज बारिश से गेंहू खराब होने से किसान मायूस नजर आ रहे हैं. गांव जाहरी निवासी जय भगवान ने बताया कि उन्होंने 25 हजार रुपये देकर फसल के लिए जमीन ली थी, लेकिन बारिश ने उनकी फसल खराब कर दी. बारिश के फसल झड़ने के बाद गेहूं कटाई में भी दिक्कत हो रही है. इतना ही नहीं पशुओं के लिए चारे की दिक्कत भी आने वाली है.


सोनीपत में 175 एकड़ सरसों भी बारिश की चपेट में आई है. ग्राउंड जीरो पर फील्ड में किए गए सर्वे से 25 से लेकर 75% फसल खराब हुई है. मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर सोनीपत जिले से 29481 किसानों ने  201377 एकड़ जमीन पर गेंहू की फसलों का रजिस्ट्रेशन करवाया है.


इसके अतिरिक्त क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी 333 गांवों के 17302 किसानों ने 125177 एकड़ भूमि पर बारिश से गेहूं की फसल नुकसान का दर्ज कराया है. जिला राजस्व अधिकारी हरि ओम अत्री ने बताया कि फसल नुकसान की रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है और जल्द ही किसानों को मुआवजा मिलने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है.