Sonipat News: सोनीपत के बड़वासनी-चिटाना रोड पर करीब सप्ताह पहले 14 जून को सीएलसी नहर टूटने से पानी के साथ आधी सड़क बह गई. टूटी सड़क अब हर समय हादसों को न्योता दे रही है, जिससे रात के समय अंधेरे में हादसा होने का खतरा सबसे ज्यादा बना रहता है. नहर टूटने से बड़वासनी-चिटाना रोड पर पानी के बहाव से करीब 500 मीटर हिस्से की आधी सड़क टूट चुकी है.


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लोगों का कहना है कि टूटी सड़क के कारण कभी भी वाहन पलट सकते हैं. साथ ही उनके खेतों को भी नुकसान पहुंच रहा है, लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सड़क की दुर्दशा देखने तक भी नहीं पहुंचे. करीब एक सप्ताह पहले गांव बड़वासनी के पास चिटाना रोड पर अज्ञात कारणों के चलते सीएलसी नहर टूट गई थी,  जिसके कारण करीब 200 एकड़ जमीन व खेत जलमग्न हो गए थे.


नहर टूटने के बाद खेतों में फसल खराब होने से किसानों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा. वहीं बड़वासनी-चिटाना रोड पानी के बहाव की चपेट में आने से आधी सड़क टूटकर बह गई. सड़क के एक तरफ की मिट्टी, पत्थर सब पानी के साथ बहकर चला गया. साथ ही कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से सड़क खस्ताहाल हो गई है, कई जगह सड़क के नीचे की मिट्टी बह गई. जो हर समय हादसे को न्योता दे सकती है.


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सड़क टूटने के कारण वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 500 मीटर क्षेत्र में हालात इतने खराब हैं कि कभी वाहन सड़क से गिरकर पलट सकता है. रात के अंधेरे में अनहोनी घटना का डर बना रहता है. बड़वासनी-चिटाना रोड पर रोजाना एक दर्जन के करीब गांवों के लोगों का आवागमन है.  


हजारों दोपहिया व चार पहिया वाहन चालक इस मार्ग से सफर करते हैं. मार्ग पर गांव किलोहड़, चिटाना, भटाना जाफराबाद, नाहरा, जुआं, रहमाना, सिटावली, चटिया देवा सहित कई गांव लगते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सिंचाई विभाग ने नहर के हिस्से को ठीक करवाकर पानी का बहाव तो शुरू करवा दिया, लेकिन सड़क टूटने के बाद लोग निर्माण विभाग अभी तक नींद से नहीं जागा है.


(इनपुट: सुनिल कुमार)