Swati Maliwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर स्वाति मालीवाल संग मारपीट की घटना पर आज दिल्ली सरकार में मंत्री और AAP नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान आतिशी ने स्वाति मालीवाल की FIR में लिखी बातों पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, स्वाति मालीवाल ने FIR में कहा कि वो चल नहीं पा रही थीं, वो बेहोश हो गई थीं, लेकिन सीएम हाउस की सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि वो तेज रफ्तार से चलकर जा रही हैं और पुलिसवालों को डांट रही हैं. न हीं उनके कपड़े फटे दिख रहे हैं और न ही वो दर्द में दिख रही हैं.


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आतिशी ने कहा, कल स्वाति मालीवाल की एक वीडियो सामने आई, जिसमें वो कह रही हैं कि 112 कॉल कर दिया है और पुलिस आने वाली है. यह उस घटना के बाद का वीडियो है, जिसमें वो दावा कर रही हैं कि उनपर हमला हुआ था. तब न उनके कपड़े फटे हैं न चोट के निशान दिख रहे हैं, जो कि उन्होंने शिकायत में दावा किया है. स्पष्ट है कि सब झूठ है. वो पुलिस वालों को डरा धमका रही हैं, विभव के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर रही हैं और यह नहीं कह रही हैं कि उन्होंने हमला किया. आज एक दूसरा वीडियो दिखा रहे हैं. सीएम आवास के गेट का वीडियो है. स्वाति मालीवाल ने शिकायत में कहा था कि दर्द से कराह रही थीं, चलने की हालत में नहीं थीं लेकिन गेट का वीडियो दिखा रहा है कि वो बिना किसी परेशानी के चलकर जा रही हैं.


उन्होंने कहा, इन दोनों वीडियो ने साबित कर दिया है कि स्वाति मालीवाल के आरोप झूठे हैं. यह भाजपा द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र का हिस्सा है. उन्होंने कहा, लोग पूछ रहे हैं कि स्वाति मालीवाल और इस केस का भाजपा से क्या लेना देना है. यह भाजपा की SoP है. पहले केस करते हैं और फिर नेताओं को ब्लैकमेल करते हैं या भाजपा में लेकर आते हैं. हेमंत बिस्वा सरमा, प्रफुल पटेल, इसके उदाहरण है. स्वाति पर भी ACB ने एक केस किया हुआ है, इलीगल रिक्रूटमेंट का. इसमें सजा का समय पास आ रहा है. इसी को आधार बनाकर, जेल और सजा की धमकी देकर स्वाति मालीवाल पर दबाव बनाया जा रहा है.


इसके साथ ही उन्होंने कहा, भाजपा की पूरी मशीनरी, MHA से लेकर दिल्ली पुलिस तक कैसे काम कर रही है यह कल तीस हजारी कोर्ट में दिखा. कल दिनभर कोर्ट विभव कुमार की मांग पर पुलिस से FIR की कॉपी मांगता रहा, लेकिन कॉपी नहीं दी गई. कोर्ट ने आज सुबह तक का समय दिया था. आज दिल्ली पुलिस ने जवाब दिया है कि FIR सेंसिटिव है इसलिए कोर्ट में जमा नहीं कर सकते. आरोपी को नहीं दे सकते. जबकि यह FIR दो दिन से सभी मीडिया हाउस के पास है. यह साजिश SHO सिविल लाइंस या पुलिस कमिश्नर से नहीं, MHA से चल रही है.