Vande Bharat Sleeper Coach: वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का पहला बैच अगले साल शुरू होगा. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि दिसंबर के अंत तक द इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ), चेन्नई स्लीपर वैरिएंट वंदे भारत ट्रेनों के लिए डिजाइन तैयार कर रही है. कुछ ट्रेनों के मार्च 2024 तक तैयार हो जाने की उम्मीद है. बता दें कि देश की मोदी सरकार यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के मकसद से लंबी दूरी के रूटों पर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाने की तैयारी कर रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तीन फार्मेट में नई वंदे भारत
वंदे भारत के तीन फॉर्मेट बनाए गए हैं. 100 किलोमीटर से कम दूरी के लिए वंदे मेट्रो होंगी, 100-550 किलोमीटर के लिए वंदे चेयर कार होंगी जबकि 550 किलोमीटर से आगे के सफर के लिए वंदे स्लीपर. उम्मीद की जा रही है कि ये तीनों प्रारूप फरवरी-मार्च तक तैयार हो जाएंगे. 


यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद
स्लीपर क्लास कोच से लैस वंदे भारत 3.0 ट्रेन में इसमें पैसेंजर को अपडेट रखने के लिए एलईडी स्क्रीन भी होगी, वाई-फाई की सुविधा होगी. साथ ही, वाई-फाई की सुविधा का भी ध्यान रखा जायेगा. इकोफ्रेंडली ट्रेनें हर एक भारतीय के डेली लाइफ में बदलाव लाएगी. सहज, सुरक्षित और आरामदायक सफर बनाने के लिए इस ट्रेन में ऑटोमैटिक फायर सेंसर, GPS सिस्टम समेत बाकी सुविधाएं होंगी. 


ये भी पढ़ें: Delhi News: सौरभ भारद्वाज का केंद्र पर निशाना, अध्यादेश मामले में सरकार को घेरा


 


शुरू होंगी 5 वंदे भारत ट्रेनें
वंदे भारत ट्रेनों का लॉन्च इंवेंट 26 जून होगा. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के नए रूट में मुंबई-गोवा, बेंगलुरु-हुबली-धारवाड़, पटना-रांची, भोपाल-इंदौर और भोपाल-जबलपुर शामिल होंगे. इस तरह, भारतीय रेलवे एक साथ पांच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू करने के लिए तैयार है. सूत्रों की मानें तो रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला, 32 के अनुमानित लक्ष्य के मुकाबले 2022-23 में एक भी वंदे भारत ट्रेन देने में विफल रही है. इस कारण से अगस्त 2024 तक 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पूरी नहीं हो सकती है.