Ahoi Ashtami: भिवानी में माताओं ने किया बच्चों की सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत
Ahoi Ashtami Vrat: संतान सुख और उनकी लंबी आयु की कामना के लिए कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि पर अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है. इस व्रत की खास बात यह है कि जिस दिन की अहोई अष्टमी होती है, अगले सप्ताह उसी दिन की दिवाली मनाई जाती है. इस व्रत में महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. पूरे दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए दिन में अहोई माता की कथा कर रात को तारों को देखकर व्रत खोला जाता है. भिवानी में भी अहोई अष्टमी व्रत को महिलाओं द्वारा अपनी संतान की सुख समृद्धि की कामना के लिए पारंपरिक तरीके से मनाया गया.