दिल्ली के इस मंदिर में तुलसीदास ने लिखी थी हनुमान चालीसा

बालस्वरूप के दर्शन

कहा जाता है कि दिल्ली यात्रा के दौरान तुलसीदास ने बाल स्वरुप हनुमान जी के दर्शन किए थे.

यहीं लिखी हनुमान चालीसा

लोगों की मान्यता है कि यहीं बैठकर हनुमान चालीसा लिखी थी.

अकबर ने ये किया

एक और रोचक तथ्य है कि जब अकबर को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने तुलसीदास जी को दरबार में बुलाया.

तुल्सीदास ने दिखाया चमत्कार

इस दौरान अकबर ने तुलसीदास जी से चमत्कार दिखाने को कहा जो उनके लिए एक मुश्किल काम था लेकिन फिर भी सफल हो गए.

अकबर ने भेंट की ये चीज

इसके बाद अकबर ने हनुमान मंदिर के शिखर पर इस्लामी चंद्रमा और किरीट कलश को समर्पित किया.

आक्रमणकारियों ने नहीं किया हमला

यह सब होने के बाद किसी भी मुगल आक्रमणकारियों ने हनुमान मंदिर पर हमला नहीं किया.

अकबर बन गया था 'भक्त'

कहा जाता है कि अकबर भी बाल स्वरुप हनुमान जी के मुरीद बन गए थे.

बराक ओबामा दर्शन करने आए

इसके अलावा इसी हनुमान मंदिर में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी दर्शन करने आए.

कनॉट प्लेस में स्थित

बता दें कि हनुमान जी का यह मंदिर दिल्ली के कनॉट प्लेस में है.

बाल स्वरूप में विराजमान

इस मंदिर में हनुमान जी अपने बाल स्वरूप में विराजमान हैं.

चौबीस घंटे श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप

इस मंदिर में 1 अगस्त 1964 से लगातार चौबीस घंटे श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप किया जा रहा है.

VIEW ALL

Read Next Story