Haryana Kisan: पलवल की अनाज मंडी में गेहूं का उठाने न होने से किसानों को अब पेमेंट की चिंता सताने लगी है. मंडी एसोसिएशन के जिला प्रधान भोलू तेवतिया ने बताया कि गेहूं के उठान न होने से 72 घंटे में किसानों की पेमेंट करने के सरकार के दावे फेल हो रहे हैं. साथ ही बारिश आने पर भी किसानों का गेंहू मंडी में भीग सकता है. इस ओर जिला प्रसाशन का कोई ध्यान नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पलवल की अनाज मंडी में बोरियों में खुले आसमान के नीचे रखा है. लाखों क्विंटल गेहूं का उठान न होने की वजह से कभी भी बारिश में भीग सकता है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसकी वजह से किसानों की पेमेंट भी रुकी हुई है. आने वाले दिनों में मंडियों में किसानों की परेशानियां ओर बढ़ेंगी. पलवल मंडी एसोसिएशन के प्रधान गौरव तेवतिया ने बताया कि किसानों का गेहूं मंडी से समय पर न उठने से उनकी पेमेंट भी समय पर नहीं होगी.


ये भी पढ़ेंः Haryana Kisan: गुस्साएं किसानों ने अनाज मंडी के गेट जड़ा ताला, जमकर किया प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन


उन्होंने कहा कि इसकी वजह से किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और खरीद एजेंसियां इस ओर ध्यान नहीं दे रही हैं. अभी तक गेंहू उठाने का टेंडर भी नहीं हुआ है. आने वाले दिनों में गेहूं की आवक और तेज होगी तो गेंहू खरीद पर प्रभावित हो सकती है. उन्होंने कहा कि गेहूं की समय पर यहां से लिफ्टिंग की  गेहूं की सरकारी खरीद सुचारू रूप से की जा सके और उनकी गेहूं की पेमेंट समय पर हो.


वहीं, इस बारे में पलवल मंडी के सुपरवाइजर विजय सिंह ने बताया कि किसानों की गेहूं की सरकारी खरीद एमएसपी रेट पर सुचारू से चल रही है. गेहूं उठान की टेंडर प्रक्रिया अभी नहीं हुई है, जिसकी वजह से गेहूं का उठान नहीं किया जा रहा है. इस बारे में संबंधित अधिकारियों का अवगत करा दिया गया है. जल्द से जल्द गेहूं का उठान शुरू कर दिया जाएगा और आने वाले दिनों में किसानों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी. किसानों के लिए हेल्पडेस्क बनाई गई हैं वो अपनी शिकायत हेल्पडेस्क पर कर सकते हैं.


(इनपुटः रुस्तम जाखड़)