चंडीगढ़: यमुनानगर में बीते दिनों 28 अगस्त को हुई हरप्रीत की हत्या के मामले में पुलिस ने दो भाइयों के साथ 3 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मृतक हरप्रीत इनसे नशा खरीदता था, लेकिन 3 महीनों से आरोपियों के पैसे नहीं दे पा रहा था. इसके बाद आरोपियों ने मिलकर एक प्लान बनाया और हरप्रीत को घर बुलाया, जहां उससे पैसे मांगे गए, लेकिन हरप्रीत ने उनसे झगड़ा किया. इसके बाद आरोपियों ने हरप्रीत को नशे की डबल डोज देकर उसे बेहोश किया. उसके बाद उसे बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला.


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यमुनानगर पुलिस के टीम इंचार्ज ने बताया की गुप्त सूचना के आधार पर 3 युवकों को गुलाबगढ़ बस स्टैंट से पकड़ा है जो कि भागने की तैयारी में थे. इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों युवकों को दबोच लिया. जब उनसे सख्ती से पुछताछ की गई तो उन्होंने कबूला की उन्होंने अपने दोस्त हरप्रीत की हत्या की है. मृतक हरप्रीत सिंह गुरुग्राम में एक कार कंपनी में काम करता था. वह 28 अगस्त को अपने घर आया था. इसके बाद एक शख्स ने उसे फोन कर अपने गांव बुलाया. जहां पर नशा तस्कर भी मौजूद थे, जिनसे वह नशा खरीदता था. मृतक हरप्रीत पर नशे के इजेंक्शन का 3 महीने का बकाया था. जब नशा तस्करों ने उससे पैसे मांगे तो वह उनसे गाली गलौज करने लगा. इसके बाद आरोपियों ने हरप्रीत को नशे की डबल डोज दे दी. जिससे वह बेहोश हो गया. इसके बाद आरोपियों ने उसे जमकर पीटा, जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई. आरोपियों ने हरप्रीत के शव को गाड़ी में डालकर छछरोली के कच्चे रास्ते पर जंगल में ठिकाने लगा दिया.


पुलिस ने बताया कि मृतक नशे का आदी था. वह 3 महीनों से पैसे नहीं चुका रहा था. शव को ठिकाने लगाने के बाद आरोपियों ने मृतक हरप्रीत की बाइक को जंगल में सुनसान जगह खड़ा कर दिया और इंजेक्शन की सिरिंज को उसकी बाजू में लगा दिया. उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.