देश सेवा के लिए युवाओं का प्रदर्शन, हजारों किलोमीटर का मार्च कर पहुंचेंगे जंतर-मंतर
2018 में आयोजित हुई एसएससी जीडी की भर्ती निकली थी. इसमें 60,120 कांस्टेबल की भर्ती निकाली गई थी, जिसमें से 55912 अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई. 4 हजार पद अभी तक खाली हैं. इसके लेकर सैकड़ों युवा नागपुर के संविधान चौक से दिल्ली के जंतर-मंतर तक 1068 किमी का पैदल मार्च कर रहे हैं.
रुस्तम जाखड़/पलवल: अर्धसैनिक बल में नियुक्ति के लिए नियुक्ति पत्र न मिलने के कारण नागपुर के संविधान चौक से दिल्ली के जंतर-मंतर तक 1068 किलोमीटर का पैदल मार्च कर रहे सैकड़ों युवा होडल पहुंचे. तिरंगा लेकर चल रहे एसएसी जीडी-2018 के अभ्यर्थियों ने मार्च के 56 वें दिन यूपी हरियाणा बॉर्डर पर पड़ाव डाला. युवा नेशनल हाईवे से पलवल फरीदाबाद होते हुए दिल्ली जाएंगे और दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे.
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होडल में एसएससी जीडी-2018 के अभ्यर्थी दिल्ली मथुरा रोड स्थित हरियाणा यूपी करमन बॉर्डर पहुंचे. वहां ग्रामीणों ने स्वागत करते हुए उनके रहने का इंतजाम कराया था. उनका पैदल मार्च सुबह 8:30 बजे पलवल के लिए शुरू हुआ. वह दोपहर में गांव बंचारी में शहीद स्मारक पहुंचे और वहां विश्राम किया. उनका अगला पड़ाव गुरुद्वारा गुरु का ताल में रहेगा. यात्रा का नेतृत्व कर रहे विशाल लांगडे ने बताया कि हमें देश सेवा करने को लेकर आंदोलन करना पड़ रहा है. आखिर सरकारा को हमें नियुक्ति देने में हर्ज क्या है? हम जनता से पूछना चाहते हैं कि आप ऐसी सरकार के साथ क्यों खड़े हो जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है.
युवाओं को उम्मीद है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उनके तप को समझकर उन्हें सेवा का मौका देंगे. केंद्र सरकार द्वारा अर्धसैनिक बल में वर्ष 2018 में 60,120 कांस्टेबल की भर्ती निकाली गई थी. कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से देश में भर्ती प्रक्रिया हुई. 55912 अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली और बचे हुए करीब चार हजार पद आज तक भरे नहीं गए हैं. 16 महीने से दिल्ली में परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी इसके लिए आंदोलन कर रहे हैं. एक जून को नागपुर से पैदल मार्च शुरू किया गया था. विभिन्न राज्यों से होते हुए बुधवार शाम को करीब 200 अभ्यर्थी होडल पहुंचे थे, इनमें युवतियां भी शामिल हैं.