Delhi Violence: ट्रैक्टर परेड पर किए वादे से पलटे किसान, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी: दिल्ली पुलिस
ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने सख्ती कर दी है. उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. दिल्ली पुसिस ने एब तक कई लोगों को हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि किसान परेड को लेकर किए गए वादे से पलट गए जिससे हालात बिगड़े.
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के नाम पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में बवाल करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. कृषि कानूनों (Agriculture Laws) का विरोध कर रहे किसानों का एक समूह ने ट्रैक्टर रैली की आड़ में लाल किला तक पहुंच गया. यहां एक धार्मिक झंडा लगा दिया, लालकिला के अंदर तोड़फोड़ की ऐसी तस्वीर सामने आई हैं जिन्हें देख कर हर कोई हैरान है. अब पुलिस दंगाइयों की धरपकड़ में जुट गई है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट कहा है कि किसान परेड को किए गए अपने वादे से पलट गए जिसकी वजह से हालात बिगड़े.
ये हुआ था तय
हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन श्रीवास्तव ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा पिछले 2 महीने से प्रदर्शन कर रहा है. 2 जनवरी को हमें किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाले जाने के ऐलान की जानकारी हुई. जैसे ही हमको इसकी जानकारी मिली हमने किसान नेताओं से बात की. 5 राउंड बातचीत चली और कई बार फोन पर बात हुई. हमने कहा था कि 26 जनवरी को ऐसा न करें लेकिन उन्होंने हमारी बात मानने से इंकार कर दिया. इसके बाद रूट तय हुआ. सिंघु बॉर्डर रूट- कुल 63 किमी, टीकरी बॉर्डर रूट- कुल 74 किमी, गाजीपुर बॉर्डर रूट- कुल 46 किमी तय हुआ. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तय हुआ-
(1) किसान ट्रैक्टर रैली 12 बजे से 5 बजे तक ही निकालें
(2) किसान लीडर लीड करें
(3) हर एक जत्थे के साथ उनके लीडर चलें
(4) 5 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर न हों,
(5) हथियार न लाएं
(6) ट्रैक्टर परेड शांतिपूर्ण हो
जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि 25 की शाम को किसान अपने वादे से मुकर गए. माहौल खराब करने के लिए अराजक तत्वों को आगे कर दिया. इससे उनकी मंशा स्पष्ट हो गई फिर भी दिल्ली पुलिस संयम से काम करती रही. पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू ने भड़काऊ भाषण दिया. दर्शन पाल सिंह का भी माहौल खराब करने में हाथ है. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सतनाम सिंह पन्नू ने परेड में शामिल लोगों से आह्वान किया कि आगे निकल जाएं, फिर वहां मौजूद लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ दिए. पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट कहा है कि हिंसा में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कोई किसान नेता भी दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई होगी.
किसान संगठन के नेताओं से होगी पूछताछ
पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. कुछ ICU में भी हैं. पुलिस ने लाल किले पर झंडा फहराने को गंभीरता से लिया है. हिंसा करने वालों के वीडियो फुटेज हैं हमारे पास. जांच जारी है और गिरफ्तारी की जाएगी. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 25 केस रजिस्टर किए गए हैं. किसान संगठनों के नेताओं से पूछताछ की जाएगी. हमें तमाम इपुट मिल रहा है. पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि हमने जो किया वो सबके हित में था.
गृह मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग
दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर और वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया. पुलिस कमिश्नर ने दिल्ली में किसानों द्वारा हुए उपद्रव और हिंसा पर गृह मंत्री को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है. बैठक में Intelligence Bureau के चीफ भी मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें: Farmers Protest: Rakesh Tikait के खिलाफ भी FIR, VM Singh ने लगाए गंभीर आरोप
केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) लाल किले (Red Fort) पर हुई हिंसा की जांच के लिए IB और केंद्रीय एजेंसियों की मदद भी ले रही है. दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल से जांच कराई जा सकती है. उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय अब कानून मंत्रालय की मदद भी ले रहा है.
LIVE TV